संक्रमण की रफ्तार थमी, अब केवल 83 नए मामले

संक्रमण की रफ्तार थमी, अब केवल 83 नए मामले

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-01 17:38 GMT
संक्रमण की रफ्तार थमी, अब केवल 83 नए मामले


डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच अब कुछ दिनों से राहत भरी खबर है। लॉकडाउन में छूट के साथ ही संक्रमण की रफ्तार भी कुछ कम होती दिख रही है। मंगलवार को संक्रमण रफ्तार कुछ और नीचे आ गई। बीते 24 घंटे में कोरोना के 83 नए मामले सामने आए। यह पीक के बाद ही लगातार घटती संख्या है। 148 मरीजों को मर्ज से ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। अब केवल 1059 ही एक्टिव केस बचे हैं। घटते मरीज और डिस्चार्ज के बढ़ते मामलों से साफ जाहिर है कि कोरोना को लेकर जो अफरा- तफरी मची थी वह थम चुकी है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार शहर में बीते 24 घंटे के दौरान इस वायरस की गिरफ्त में आकर 4 लोगों ने दम तोड़ा। वैसे अभी तक दोनों लहरों को मिलाकर इस वायरस ने 49954 लोगों को संक्रमित किया है। इसमें भी ज्यादातर मामले अप्रैल की शुरूआत और मई के मध्य तक सामने आए हैं।
प्रोटोकॉल से 4 अंतिम संस्कार -
इधर कोविड गाइडलाइन के तहत शहर के अलग अलग चिन्हित श्मशानघाटों में मंगलवार को केवल 4 अंतिम संस्कार किए गए। हेल्थ बुलेटिन से भी कोरोना से 4 लोगों की मौतों की पुष्टि की गई और प्रोटोकॉल से भी इतने ही फ्यूनल किए गए।
अस्पतालों में मारामारी नहीं -
कोरोना पीक के कुछ नीचे आते ही अस्पतालों में हालात कुछ सामान्य से हैं। मरीजों को आसानी से बिस्तर इलाज के लिए मिल रहे हैं तो ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के लिए भी किसी तरह की अफरा- तफरी नहीं है। अस्पतालों में मरीज संख्या कम हो रही है तो आइसोलेशन पीडि़त संख्या भी घट चुकी है।
अब पोस्ट कोविड असल परेशानी -
कोरोना कुछ कम हुआ तो पोस्ट कोविड असली मुसीबत के रूप में सामने आता दिख रहा है। ब्लैक, व्हाइट और कई तरह के फंगस के बीच हृदय, लंग्स, लीवर और शुगर की अलग-अलग तरह की समस्याओं से लोग ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे लोग जो कोविड से उबर चुके हैं वे पोस्ट कोविड की कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार अब पोस्ट कोविड को लेकर लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. अजय तिवारी कहते हैं कि कोरोना की तरह से इसमें सही समय पर इलाज की जरूरत है।
538 टीके लगाए गए -
कोरोना से बचाव के लिए दो केन्द्रों में मंगलवार को 538 टीके लगाए गए। वैक्सीनेशन का टारगेट 500 का था, जिसमें 38 वैक्सीन ज्यादा लगाए गए। अब तक दोनों आयु वर्गों में दोनों डोज को मिलकर 6 लाख 24962 टीके लगाए जा चुके हैं।

 

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