खुलासा: बीटेक के छात्र निकले शातिर चोर, 3 साल में एटीएम से उड़ाए 46 लाख

खुलासा: बीटेक के छात्र निकले शातिर चोर, 3 साल में एटीएम से उड़ाए 46 लाख

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-09 16:37 GMT
खुलासा: बीटेक के छात्र निकले शातिर चोर, 3 साल में एटीएम से उड़ाए 46 लाख



एक दर्जन राज्यों में की वारदात, तीन हाईटेक चोरों को पुलिस ने दबोचा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। लखनऊ की इन्ट्रीगल यूनिवर्सिटी में बीटेक की पढ़ाई कर रहे 3 छात्रों ने गिरोह बनाकर हाईटेक तरीके से एटीएम में चोरी करने की वारदातों को अंजाम दिया। गिरोह में शामिल छात्रों ने मध्यप्रदेश सहित एक दर्जन राज्यों में भ्रमण कर 3 साल में एटीएम मशीनों से करीब 46 लाख रुपयों की चोरी की। संजीवनी नगर क्षेत्र में दो एटीएम में 87 हजार की चोरी की जाने की घटना के बाद पुलिस ने इन शातिर चोरों को दबोचा तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
इस संबंध में एक पत्रकारवार्ता में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में विगत दिनों दो एटीएम मशीनों में चोरी होने के मामले की जाँच के दौरान पुलिस टीम ने कानपुर के ग्राम सरसी निवासी विजय यादव, कानपुर सर्वोदय नगर निवासी गगन कटियार, वाराणसी डॉक्टर्स कॉलोनी निवासी अजीत सिंह को संदेह के आधार पर पकड़कर उनके पास से कार क्रमांक यूपी 32 एफएस 4275 व 65 हजार रुपये नकदी के अलावा एक पेचकस और स्टील की चिमटी बरामद की थी। आरोपियों से सघन पूछताछ की जाने पर उन्होंने पिछले तीन साल से एटीएम मशीनों में चोरी की कई वारदातें करने का खुलासा किया। तीनों शातिर चोर जबलपुर में तिलवारा स्थित होटल सकून में ठहरे थे। उनके पास से कई एटीएम कार्ड भी बरामद किए गये हैं।
कटनी से पहुँचे थे जबलपुर-
पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि वे कार से वारदात करने निकले थे और रीवा, कटनी होते हुए जबलपुर पहुँचे थे। यहाँ पर 1 जून की सुबह गुलौआ चौक स्थित एसबीआई के एटीएम से 77 हजार व गढ़ा बाजार के एटीएम से 10 हजार रुपये चोरी किए थे और उसके बाद पहली बार पकड़े गये। कटनी में उन्होंने 31 मई की रात दो एटीएम से 20 हजार की चोरी की थी।
कई प्रदेश में एटीएम से उड़ाई रकम-
पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि हाईटेक चोरों ने मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल सहित एक दर्जन प्रदेशों में अब तक एटीएम से रकम चोरी करने की वारदातों को अंजाम दिया है। जबलपुर पुलिस द्वारा अन्य प्रदेशों में इन शातिर चोरों के संबंध में सूचनाएँ भेजी गई हैं।
चिमटी से निकालते थे रुपये-
आरोपियों के पास से बरामद की गई चिमटी के संबंध में पूछताछ की जाने पर उन्होंने कबूल किया कि एटीएम मशीन में जहाँ से नोट निकलते हैं वहाँ पर वे पेचकस फँसाकर चिमटी की मदद से मशीन के अदंर से रुपये निकालते थे।
किराए पर लेते थे एटीएम कार्ड-
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे वारदात करने के लिए अपने परिचितों व गरीबों को रुपये देकर उनके एटीएम कार्ड किराए पर लेते थे। जाँच के दौरान पुलिस को मुख्य आरोपी विजय यादव के तीन बैंक खातों की जानकारी लगी है। इन खातों में तीन साल में एक में 33 लाख, दूसरे में 12 लाख व तीसरे खाते से 96 हजार, इस तरह कुल 45 लाख 96 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है।

 

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