21 माह बाद नैनपुर के लिए दौड़ी पैसेंजर ट्रेन, पहले दिन 170 यात्रियों ने किया सफर
वर्चुअल माध्यम से रेल राज्यमंत्री के साथ ही केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा सांसद राकेश सिंह ने हरी 21 माह बाद नैनपुर के लिए दौड़ी पैसेंजर ट्रेन, पहले दिन 170 यात्रियों ने किया सफर
डिजिटल डेस्क जबलपुर। जबलपुर से नैनपुर के लिए चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को कोरोना के दौरान बंद कर दिया गया था, जिसे 21 माह बाद फिर से पटरी पर लाया गया। रविवार सुबह 10 बजे केंद्रीय रेल राज्यमंत्री राव साहेब दादाराव पाटिल दानवे द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जबलपुर-नैनपुर अनारक्षित पैसेंजर ट्रेन नंबर 05705 की बहाली सेवा का शुभारंभ किया गया। इस ट्रेन को जबलपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 पर वर्चुअल माध्यम से रेल राज्यमंत्री के साथ ही केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा सांसद राकेश सिंह, पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता, डीआरएम संजय विश्वास ने हरी झंडी दिखाकर नैनपुर की ओर रवाना किया। पहले दिन जबलपुर और मदन महल स्टेशन से कुल 170 यात्रियों ने सफर किया।
पर्यटन क्षेत्र को जोड़ेगी यह ट्रेन-
इस समारोह को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए रेल राज्यमंत्री श्री दानवे ने कहा कि जबलपुर के आसपास के पर्यटन क्षेत्र को जोडऩे के लिए यह ट्रेन काफी सहायक साबित होगी। यह क्षेत्र पर्यटन के हिसाब से काफी समृद्ध है। श्री दानवे ने कहा कि इस क्षेत्र में मदन महल का किला, भेड़ाघाट की बंदर कूदनी, संगमरमरी वादियाँ, नर्मदा नदी व अन्य पर्यटक स्थल हैं। इसे प्राकृतिक तौर पर बहुत ही समृद्ध क्षेत्र बताते हुए श्री दानवे ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए यहाँ पर ट्रेन का चलना आवश्यकता था। उन्होंने कहा कि यहाँ पर ट्रेनों के बढऩे से लोगों को रोजगार मिलेगा और पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अवसर मिला तो वे जबलपुर आएँगे। यहाँ के रेल विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएँगे।
क्षेत्र का विकास संभव-
इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने नैनपुर से वर्चुअल माध्यम से समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अब इस क्षेत्र में रेल के चलने से यह क्षेत्र विकास की तीव्र गति पकड़ेगा।
इस मार्ग पर एक और ट्रेन चलेगी-
सांसद राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर-गोंदिया गेज परिवर्तन परियोजना 10 साल के संघर्ष के बाद पूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के बाद जल्द ही इस मार्ग पर एक ट्रेन और चलेगी। उन्होंने कहा कि जबलपुर रेल मंडल यात्री सुविधाओं के लिए हमेशा तत्पर रहता है और इसके लिए वे भी अपने स्तर पर रेलवे बोर्ड तथा मंत्रालय से हमेशा संपर्क में रहते हैं।
क्षेत्र का चहुँमुखी विकास संभव-
पमरे महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि जबलपुर-नैनपुर-चिरईडोंगरी के मध्य पैसेंजर ट्रेनों की सेवा बहाल होने से इस क्षेत्र का चहुँमुखी विकास संभव होगा। उन्होंने कहा कि वह विश्वास दिलाते हैं कि भारतीय रेल यात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधा प्रदान करने की दिशा में हमेशा अग्रसर रहेगी। पमरे की पूरी टीम भी रेल के विकास के लिए सदैव तत्पर है। इससे पूर्व जीएम श्री गुप्ता, डीआरएम संजय विश्वास ने सांसद श्री सिंह का स्वागत किया।
ये रहे उपस्थित-
जबलपुर स्टेशन पर समारोह में रेल अधिकारी शोभन चौधुरी, राजेश पाठक, मुकुल शरण माथुर, प्रदीप गुप्ता, अनिल कुमार पाण्डेय, विश्व रंजन, विराट गुप्ता, संजय मनेरिया, अभिराम खरे, जेपी सिंह, बीएन मिश्रा, अरुण त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।
ग्रामीणों को मिली राहत-
रेलवे बोर्ड मेम्बर डॉ. अभिलाष पांडे का कहना है कि ट्रेन शुरू होने से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को उन्होंने भी बोर्ड के समक्ष रखा था।
एक नजर में-
- जबलपुर स्टेशन से पहले दिन 110 और मदन महल से सवार हुए 60 यात्री।
- मार्च 2020 में बंद हुई थी, अब 21 माह बाद दिसंबर 2021 में पुन: प्रारंभ हुई।
- यह ट्रेन 6 दिसंबर से नियमित जबलपुर से शाम 6 बजे चलकर रात को 10 बजे नैनपुर पहुँचेगी।
- दूसरे दिन सुबह 6 बजे नैनपुर से चलकर घंसौर, शिकारा, कालादेही, बरगी, ग्वारीघाट, गढ़ा, मदन महल में रुकते हुए प्रात: 10 बजे जबलपुर आएगी।
- जबलपुर से नैनपुर के बीच 18 स्टेशनों और नैनपुर से मंडला तक 6 स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन।