93 हजार सैनिकों के साथ याद रहेगा पाक का समर्पण, स्वर्णिम अक्षरों में लिखी गई पाँच महारथियों की शहादत
शौर्य का विजय दिवस आज 93 हजार सैनिकों के साथ याद रहेगा पाक का समर्पण, स्वर्णिम अक्षरों में लिखी गई पाँच महारथियों की शहादत
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अपनी जान की बाजी लगाकर हमारे योद्धाओं ने पाकिस्तानी सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया। भारत और पाकिस्तान के कठिन संघर्ष के बीच जीत भारत की हुई। इस संघर्ष को हम भुला नहीं सकेंगे। वहाँ रणभूमि में युद्ध का नजारा और जबलपुर के आर्मी एरिया में कई चर्चाएँ शामिल थीं। उस समय जिसने भी युद्ध के बारे में सुना और देखा, काफी आश्चर्यचकित हुआ। सन् 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष में 93 हजार सैनिकों के साथ पाकिस्तान के ले. जनरल नियाजी ने समर्पण किया था। इस आत्मसमर्पण को हमारे भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया। जिसे आज की पीढ़ी जब इतिहास की किताब को पढ़ती है तो जबलपुर का नाम और इसके योगदान के बारे में पढ़कर और सुनकर अपने शहीद हुए सैनिकों को याद करती है।
बंदियों को जबलपुर में रखा गया
शत्रु सेना के आत्मसमर्पण के बाद बंदी बनाए गए सैनिक अधिकारियों को रखने के लिए जब एक सुरक्षित स्थान की आवश्यकता पड़ी, तो इसके लिए सर्वाधिक उपयुक्त स्थान जबलपुर को माना गया, तभी एओसी स्कूल विजयंत ब्लॉक, जिसे कॉलेज ऑफ मटेरियल्स मैनेजमेंट के नाम से जाना जाता है। युद्ध बंदी शिविर नं.100 में परिवर्तित किया गया। इसमें ले.ज. नियाजी के साथ मेजर जनरल मुहम्मद हुसैन अंसारी, मेजर जनरल नजर हुसैन शाह, मेजर जनरल राव फरमान अली, मेजर जनरल मुहम्मद जमशेद, मेजर जनरल काजी, अब्दुल मजीद खान, रियर एडमिरल मुहम्मद शरीफ व एयर कमांडर इनामुलहक को रखा गया था।
आज एक जगह एकत्रित होंगे 1971 के योद्धा
जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर में आज 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में जीत हासिल करने वाले 15 वीर योद्धा शामिल होंगे, जो कि उन वीरों की कुर्बानियों का स्मरण कर श्रद्धांजलि देंगे, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
कार्यक्रम में ले.जनरल विनय शर्मा (परम विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, आर्मी चीफ कमेनडेशन) मेजर जनरल सुरेन्द्र कालरा, ब्रिगेडियर दीपक मोहन (सेना मेडल), ब्रिगेडियर सुभाष शर्मा (विशिष्ट सेवा मेडल), ब्रिगेडियर बलदेव सिंह (विशिष्ट सेवा मेडल), ब्रिगेडियर कुलवंत सिंह ढिल्लो, ब्रिगेडियर विपिन त्रिवेदी (आर्मी चीफ कमेनडेशन), कर्नल हरजीत सिंह चहल, कर्नल अमरजीत सिंह, कर्नल कंवलजीत सिंह, कर्नल विनोद कुमार, कर्नल राकेश कपूर, कर्नल सुनील चन्द्र, कर्नल तेजपाल सिंह नेगी शामिल होंगे। योद्धा आज वॉर मेमोरियल पर पहुँचकर शहीदों को नमन करेंगे। इनके सम्मान में डीएसओआई में रात्रि भोज भी रखा गया है।