फर्जी सेल कंपनियों के माध्यम से किया एक हजार करोड़ का ट्रांजेक्शन
रिमांड पर िलए गये सटोरिया सतीश सनपाल के चाचा ने किया बड़ा खुलासा फर्जी सेल कंपनियों के माध्यम से किया एक हजार करोड़ का ट्रांजेक्शन
डिजिटल डेस्क जबलपुर। दुबई से ऑनलाइन सट्टा संचालित करने वाले सट्टा किंग सतीश सनपाल द्वारा सट्टे की कमाई को वैध बनाने के लिए कागजोंं पर एक दर्जन से अधिक सेल कंपनियाँ बनाई गई थीं। इन सेल कंपनियों के माध्यम से करीब 1 हजार करोड़ का ट्रांजेक्शन किया गया है। जाँच में इसका खुलासा हुआ है। इसी कड़ी में आरोपी सटोरिया सतीश सनपाल के चाचा मनोज सनपाल को पुलिस द्वारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। उसने और भी कई बड़े राज खोले हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 19 मई को पुलिस टीम ने राइट टाउन स्थित आरके टावर में छापामारी कर करीब 21 लाख 55 हजार रुपये जब्त किए थे। इस मामले की जाँच में पता चला कि सतीश सनपाल व उसके चाचा मनोज ने एक्सिस बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक में वाशेट सर्विस ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से अकाउंट खोले थे। इन सभी में ऑनर प्रमोद रजक को बनाया गया था।
ड्राइवर के नाम पर भी खोली फर्म
पुलिस के अनुसार पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि सट्टे की कमाई को वैध करने के लिए सतीश ने अपने ड्राइवर रिषी यादव के नाम पर भी एक फर्म खोली थी। इस तरह करीब 13 फर्जी सेल कंपनियाँ कागजों पर संचालित थीं। इनके माध्यम से सौ-सौ करोड़ का ट्रांजेक्शन किया गया था। इन कंपनियों के संंबंध में और भी जानकारी जुटाने के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिए गये मनोज सनपाल से एसआईटी द्वारा पूछताछ की जा रही है।
फर्जी निकले कंपनियों के दस्तावेज
इस संबंध में एसआईटी प्रभारी सीएसपी बरगी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि सटोरिया सतीश सनपाल ने अपने ड्राइवर, अपने कर्मचारी दीपक रजक के भाई प्रमोद रजक और विवेक पांडे सहित अन्य के नाम से 13 सेल कंपनियाँ बनाई थीं। इन कंपनियों के दस्तावेजों की जाँच करने पर किसी भी कंपनी का पता सही नहीं पाया गया है। सभी कंपनियाँ फर्जी तरीके से संचालित हो रही थीं और इनके जरिए 1 हजार करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन किया गया है।