68 साल में गायब हुए सौ से ज्यादा तालाब
शहडोल 68 साल में गायब हुए सौ से ज्यादा तालाब
डिजिटल डेस्क, शहडोल। कभी तालाबों की नगरी कही जाने वाली शहडोल में 68 साल में 100 से ज्यादा तालाब गायब हो गए। यहां 1953-54 में 137 से ज्यादा तालाब थे। अब 30 से भी कम तालाब ही अस्तित्व में है। शहर से तालाबों के गायब होने का मुद्दा गुरुवार को प्रभारी मंत्री रामखेलावन पटेल के दौरे में छाया रहा। ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि शहडोल को तालाबों का शहर कहा जाता है, शहडोल के तालाबों का स्वरूप और सुंदरता पुर्नस्थापित होना चाहिए। इस पवित्र कार्य के लिए अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि प्रयास करें। तालाब के कैचमेंट एरिया पर विशेष फोकस किया जाए। बैठक में विधायक एवं पूर्व मंत्री जयसिंहनगर जयसिंह मरावी, विधायक जैतपुर मनीषा सिंह, कलेक्टर वंदना वैद्य, पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
खरपतवार निकालने किराए पर मशीन लेने से अच्छा खरीद लें
शहर में पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत सरफा नदी पर निर्मित डैम है। यहां निर्माण के बाद कई वर्षों से खरपतवार की सफाई नहीं होना बड़ी समस्या है। इसके लिए नगर पालिका ने किराए पर मशीन लगाने की तैयारी की थी। प्रभारी मंत्री मे सामने यह मुद्दा आने के बाद उन्होंने कहा कि किराए पर मशीन लेने से अच्छा है खरीदी कर लें। बैठक में बताया गया कि 30 करोड़ रुपए से 1 हजार 268 जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जाएगा।