मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पानी के लिए नगर पालिका को एक साल में नहीं दी राशि
शहडोल मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पानी के लिए नगर पालिका को एक साल में नहीं दी राशि
डिजिटल डेस्क, शहडोल। मेडिकल कॉलेज में पेयजल समस्या के बीच लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा खुदवाए गए 6 नलकूप में से 3 में मोटर लगाने के लिए 17 मई को टेंडर खुलेगा। टेंडर खुलने के बाद तीन से चार दिन में मोटर लगाकर पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। यहां तीन नलकूप में पहले ही हैंडपंप लगाया गया है। इस बीच मेडिकल कॉलेज में पेयजल समस्या को लेकर जानकार बताते हैं कि पानी की जरुरत नलकूप से पूरा नहीं होगा। पर्याप्त पानी के लिए नगर पालिका से कनेक्शन जरुरी है। इसके लिए पिछले साल कमिश्नर की अध्यक्षता में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल निगम और नगरपालिका के अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर में सरफा से शहर में पेयजल आपूर्ति में से एक कनेक्शन मेडिकल कॉलेज को दिया जाए। इसके लिए नगर पालिका को नोडल बनाया गया। कनेक्शन के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को 70 लाख रुपए नगर पालिका को उपलब्ध करवानी थी। नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा एक साल बाद भी राशि जमा नहीं करवाई गई, इसलिए कनेक्शन की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी।
मरीज से लेकर परिजन परेशान
मेडिकल कॉलेज में पानी की कमीं के कारण सबसे ज्यादा परेशानी भर्ती मरीजों को होती है। ऐसे मरीज अस्पताल के वार्ड में गंदगी के बीच भी सुविधाघर का उपयोग करने विवश रहते हैं। मरीजों के साथ मेडिकल कॉलेज आने वाले परिजन भी दूर से पानी लाने विवश हैं।
मेडिकल कॉलेज में 6 नलकूप खनन करवाए हैं। इसमें से 3 में हैंडपंप लगवा चुके हैं। 3 में मोटर लगनी है, इसके लिए 17 मई को टेंडर खुलने के तीन से चार दिन में पंप लगवा दिया जाएगा। हालांकि मेडिकल कॉलेज में पानी की डिमांड पूरा करने के लिए नगर पालिका से आपूर्ति जरुरी होगा। नलकूप के भरोसे जरुरत का पानी नहीं मिल सकेगा।
एबी निगम ईई पीएचइ शहडोल
पिछले साल की बैठक में तय किया गया था कि कनेक्शन के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन नगर पालिका को 70 लाख रुपए जमा करवाएगी। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा यह राशि अब तक जमा नहीं करवाई गई है।