लगातार सफलता पाने वाला प्रदेश का पहला शहर बना जबलपुर, प्राप्त किये 83.71 फीसदी वेटेज अंक
सीएम हेल्पलाइन में शहर ने मारी हैट्रिक, तीसरे माह फिर अव्वल लगातार सफलता पाने वाला प्रदेश का पहला शहर बना जबलपुर, प्राप्त किये 83.71 फीसदी वेटेज अंक
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में शहर लगातार बेहतर कार्य कर रहा है और उसका प्रसाद यह मिल रहा है कि शहर पूरे प्रदेश में तीसरे माह भी अव्वल स्थान पर कायम है। लगातार तीन माह तक पहले नम्बर पर रहने का करिश्मा इससे पहले किसी शहर ने नहीं किया। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि शहर का प्रदर्शन बेहतर से और बेहतर होता जा रहा है। सितम्बर में वेटेज स्कोर 80.94 था ताे अक्टूबर में 83.38 और नवम्बर में यह स्कोर पहुँच गया 83.71 पर। कलेक्टर ने इस उपलब्धि पर अधिकारियों को बधाई दी है।
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में जिले का प्रदर्शन माह दर माह बेहतर होता जा रहा है। जिले को नवम्बर माह में सीएम हेल्पलाइन से 10 हजार 530 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से लगभग 80 फीसदी यानी 8 हजार 824 शिकायतों का निराकरण आवेदकों की संतुष्टि से किया गया। जबलपुर जिला पिछले दस माह से सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में प्रदेश के टॉप तीन जिलों में शामिल हो रहा है। जबकि जिले ने लगातार छह माह से प्रथम समूह के अव्वल दो जिलों में अपना स्थान बरकरार रखा है। नवम्बर माह की ग्रेडिंग में जिले को प्राप्त हुए 83.71 वेटेज अंक में से आवेदकों की संतुष्टि के साथ शिकायतों के निराकरण के लिए ही 60 में से 48 वेटेज अंक मिले हैं। इसी प्रकार 50 दिन से अधिक समय से लंबित शिकायतों के संतुष्टि पूर्ण निराकरण के लिए जिले को 20 में से 15.84 वेटेज अंक हासिल हुए हैं।
शिक्षा विभाग तीसरे नम्बर पर
शिक्षा विभाग की प्रदेश स्तरीय ग्रेडिंग में जबलपुर जिले ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। नवम्बर माह में कुल 233 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें 48.67 फीसदी शिकायतों का संतुष्टि के साथ निराकरण किया गया।
लगातार मॉनिटरिंग का परिणाम
जिला प्रबंधक ई-गवनेंस चित्रांशु त्रिपाठी ने बताया कि जिले को मिली यह उपलब्धि कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग का परिणाम है। कलेक्टर द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्वक और आवेदकों की संतुष्टि के साथ निराकरण करने के दिए गए निर्देशों तथा लगातार की गई समीक्षा के फलस्वरूप जिले को ज्यादा अंक प्राप्त हुए हैं।