बुखार और उल्टी से पीडि़त मासूम की जिला अस्पताल में मौत, पिता भी गंभीर
सतना बुखार और उल्टी से पीडि़त मासूम की जिला अस्पताल में मौत, पिता भी गंभीर
डिजिटल डेस्क, सतना। बुखार के साथ उल्टी से पीडि़त एक और मासूम की उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। रामपुर बघेलान ब्लॉक के सिंधौली निवासी अशोक कोल की ५ वर्ष की बेटी श्रद्धा तीन-चार दिनों से बुखार के साथ उल्टी से पीडि़त थी। पहले परिजनों ने गांव में इलाज कराया। आराम नहीं मिलने पर सोमवार को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। उपचार के दौरान मंगलवार को सुबह श्रद्धा की मौत हो गई। बेटी की मौत के बाद पिता की भी तबियत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर बताते हैं कि अशोक को झटके आ रहे हैं। मासूम के मौत की खबर लगते ही सीएमएचओ डॉ अशोक अवधिया, रामपुर बघेलान बीएमओ के साथ मेडिकल टीम सिंधौली पहुंच गई। गांव में ही कैंप लगाया गया। इस दौरान २० मरीजों को उल्टी-दस्त, १८ बुखार और १० ग्रामीण सर्दी-जुकाम से पीडि़त मिले। सभी को मौके पर दवाइयां मुहैया कराई गईं।
नरसिंहपुर में भी १० पेशेन्ट मिले
नरसिंहपुर में भी बुखार और उल्टी-दस्त से पीडि़त १० मरीज मिले हैं। इनमें २ बच्चियां शामिल हैं। मंगलवार को भी मेडिकल टीम ने नरसिंहपुर गांव में कैंप लगाया। साथ-साथ प्रभावित घरों का सर्वे भी कराया गया। उल्लेखनीय है यहां पिछले १० दिनों से बुखार और उल्टी-दस्त के केस निरंतर मिल रहे हैं। उधर मैहर के डेलहा गांव में भी ६ सितंबर को मेडिकल टीम भेजी गई। राहत की बात यह है कि डेलहा में डायरिया का नया मामला सामने नहीं आया।
१० दिन तैनात रहेगी आरबीएसके टीम
रामपुर बघेलान बीएमओ डॉ राघवेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि नरसिंहपुर और सिंधौली में लगातार मिल रहे बुखार और उल्टी-दस्त के मरीजों को तत्काल इलाम मुहैया कराया जा सके इसके लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की एक-एक टीम दोनों गांवों में अनिवार्य दवाइयों के साथ अगले १० दिनों के लिए तैनात की गई हैं। टीम गांव में ही कैंप कर मरीजों का इलाज करेंगी।
इनका कहना है।
सिंधौली गांव की एक मासूम की जिला अस्पताल में मौत हुई है, पिता भी पीडि़त है। गांव में कैंप लगाकर लगभग ३५ मरीजों का इलाज किया गया। आरबीएसके टीम तैनात कर दी गई हंै।
डॉ अशोक अवधिया, सीएमएचओ