रेलवे बोर्ड के अफसरों पर बेअसर सांसद की मांग और रेलमंत्री का आश्वासन
शहडोल रेलवे बोर्ड के अफसरों पर बेअसर सांसद की मांग और रेलमंत्री का आश्वासन
डिजिटल डेस्क, शहडोल। आदिवासी अंचल शहडोल संभाग से नागपुर तक सीधी ट्रेन के लिए कई दशकों से चली आ रही मांग और रेलमंत्री के आश्वासन के बाद भी वनांचल के रहवासियों को इस ट्रेन की सुविधा मिलने राह आसान नहीं दिख रही है। भाजपा सांसद हिमाद्री सिंह ने नागपुर तक सीधी ट्रेन के लिए रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से 28 मार्च को मुलाकात कर इस मांग को प्रमुखता से रखी थी। तब सांसद ने बताया था कि रेलमंत्री ने नागपुर के लिए एक स्पेशल ट्रेन ट्रायल पर चलाने की बात कही है। जानकर ताज्जुब होगा कि रेलमंत्री के आश्वासन के 49 दिन बाद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसइसीआर) के बिलासपुर डीआरएम को शहडोल से नागपुर के लिए ट्रायल पर चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेन को लेकर किसी प्रकार का कोई पत्र नहीं आया है। जानकारी नहीं है।
जबलपुर-नागपुर व्हाया शहडोल ट्रेन की मांग
शहडोल संभाग के यात्रियों की मांग है कि रेलवे प्रशासन को जबलपुर से व्हाया कटनी साउथ, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, पेंड्रारोड, उसलापुर, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया से नागपुर तक ट्रेन चलानी चाहिए। यह दूरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन लगभग 14 घंटे में पूरी करेगी। ट्रेन जबलपुर से शाम 5 बजे छूटकर अगले दिन सुबह 7 बजे नागपुर पहुंचे और वापसी में नागपुर से शाम 7 बजे छूटकर अलगे दिन सुबह 9 बजे जबलपुर पहुंचे। इस ट्रेन से अंचल के रहवासियों को दोनों शहरों के बीच सुविधाजनक रेल सफर की सुविधा मिलेगी।
ऐसे समझें यात्रियों की परेशानी
> पत्नी को इलाज के लिए नागपुर ले जाने वाले धुरवार निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक ने सोशल मीडिया में परेशानी बताई। कहा कि शहडोल से नागपुर के लिए सीधी ट्रेन बेहद जरुरी है। वर्तमान में आवागमन में यात्रियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
> मनोज द्विवेदी ने 24 फरवरी 2019 को लिखा था कि शहडोल संसदीय क्षेत्र से नागपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा न दिलवा पाना जनप्रतिनिधियों की बड़ी विफलता है।
> बुढ़ार रेलवे स्टेशन के सामने भी पूर्व में सर्वदलीय संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन किया गया। इसमें नागपुर तक सीधी ट्रेन के लिए प्रमुखता से मांग रखी गई।
> शहडोल संभाग में रेल सुविधाओं के लिए समय-समय पर आवाज बुलंद करने वाले नवोद चपरा बताते हैं कि रेल अधिकारी इस मामले में लगातार जनता की मांग की अनदेखी कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को ऐसे अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।
शहडोल से नागपुर के लिए ट्रायल पर स्पेशल ट्रेन चलाने संबंधी किसी प्रकार की चि_ी बोर्ड से नहीं आई है। पत्र आने के बाद आगे की प्रक्रिया तेज होगी।