पुलिस के आला अफसर के बंगले में जूता चमकाने नहीं जाना पड़ा भारी
शहडोल पुलिस के आला अफसर के बंगले में जूता चमकाने नहीं जाना पड़ा भारी
डिजिटल डेस्क, शहडोल। बुढ़ार चौक के समीप सडक़ किनारे छतरी लगाकर जूता पॉलिश व सिलाई की छोटी सी दुकान चलाने वाले मोची कन्हैया चौधरी को शनिवार दोपहर पुलिसिया रौब का सामना करना पड़ा। यहां पहुंचीं एक महिला पुलिस अधिकारी ने मोची को जमकर फटकार लगाई। खरी-खरी सुनाई। कहा कि जब साहब ने बंगले बुलवाया तो क्यों नहीं गए। दुकान नहीं चलानी है क्या? मोची ने अपनी विवशता बताई, कहा साहब के घर में जूता पॉलिश के बाद पैदल ही दुकान तक आना पड़ता है, इससे समय पर दुकान नहीं खोल पाते और नुकसान होता है।
इतना ही नहीं साहब के घर में पहले भी जूता पॉलिश करने गए हैं तो उसका भी पैसा नहीं मिला। फिर क्या था पुलिस अधिकारी ने जमकर बातें सुनाई और चले गए। इतना ही नहीं उनके पीछे आए यातायात सिपाही ने कोरोना काल में दुकान नहीं हटाने का अहसान जताते हुए बातें सुनाई। कन्हैया ने बताया कि शुक्रवार को एक पुलिस सिपाही साहब के घर जाने बुलाने आए थे, हमने मना कर दिया था। इसलिए शनिवार को इतना सुनना पड़ा।