ब्रेनहेमरेज का क्लेम नही दिया एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी ने

बीमित ने कहा हमारे साथ धोखा किया जिम्मेदार अधिकारियों ने  ब्रेनहेमरेज का क्लेम नही दिया एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी ने

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-14 11:57 GMT
ब्रेनहेमरेज का क्लेम नही दिया एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी ने

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। स्वास्थ्य बीमा लेना आम आदमी पहले राहत भरी बात समझता था। अब पॉलिसी धारक समझने लगा है कि स्वास्थ्य बीमा लेना टेंशन की तरह हैं। जिस तरह पुलिस मुलजिमों से पूछताछ करती है, ठीक उसी तरह का व्यवहार बीमा कंपनी के सदस्यों के द्वारा बीमा क्लेम देने के दौरान किया जाता है। क्लेम न देना पड़े इसके लिए अनेक प्रकार से पूछताछ करने के साथ ही कई खामियां दस्तावेजों में निकाली जाती है, जिससे पॉलिसी धारक खुद भड़क जाए और क्लेम न ले। यह आरोप पॉलिसी धारकों के द्वारा लगाए जा रहे हैं। पॉलिसी बेचते वक्त बीमा कंपनी व एजेंट के द्वारा लुभावने सपने दिखाए जाते है और उसके बाद अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है। कैशलेस करने से कंपनी पहले ही मना कर देती है और उसके बाद क्लेम सेटल करने से बीमा कंपनी हाथ खड़े कर लेती है। निजी बीमा कंपनियां वर्तमान में पूरी तरह से पॉलिसी धारकों से पीछा छुड़ाने में लगी है। 

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

क्लेम डिपार्टमेंट ने कहा तीन साल तक कोई भुगतान नही करते हम

कटनी जिले के निवार बिछुआ ग्राम निवासी अनुराग मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके भाई का एचडीएफसी हेल्थ इंश्योरेंस से पॉलिसी है। पॉलिसी क्रमांक 2811204724335700000 का कैशलेस कार्ड भी बीमा कंपनी के द्वारा उपलब्ध कराया गया था। भाई आदर्श मिश्रा को अचानक स्वास्थ्य खराब होनें के कारण निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। चिकित्सको ने परीक्षण उपरांत पाया कि आदर्श को ब्रेनहेमरेज हुआ है। गंभीर अवस्था में लगातार इलाज चला पर बीमा अधिकारियों ने कैशलेस नही किया। ठीक होनें के बाद सारे बिल व अस्पताल की रिपोर्ट बीमा कंपनी में सम्मेट की गई तो क्लेम डिपार्टमेंट व सर्वेयर टीम के सदस्यों ने परीक्षण उपरांत जल्द क्लेम देने का वादा किया पर बाद में अनेक प्रकार की क्वेरी निकाली और यह कहते हुए भुगतान की फाइल रिजेक्ट कर दी की एचडीएफसी अब्रो इंश्योरेंस कंपनी तीन साल तक किसी भी तरह का क्लेम सेटल नही करती है। बीमित का आरोप है कि बीमा कंपनी के अधिकारियों व एजेंट के द्वारा उसके साथ धोखा किया गया है और वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में अपनी शिकायत देगे।

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