ट्रेनों में यात्रियों को लूटने के लिए अपराध के नए तरीके अपना रहे क्रिमिनल, अब इंजेक्शन से करते हैं बेहोश
ट्रेनों में यात्रियों को लूटने के लिए अपराध के नए तरीके अपना रहे क्रिमिनल, अब इंजेक्शन से करते हैं बेहोश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को लूटने के लिए जहर खुरानी का अपराध अब पुराना पड़ चुका है। अब लोग इनके झांसे में कम ही आते हैं, इस लिए अपराधी अब बेहोशी वाले इंजेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुंबई से सूरत जाने के लिए ट्रेन में सवार युवक अनूप सिंह इस तरह की वारदात के शिकार हुए। चलती ट्रेन से रहस्यमय ढंग से लापता 29 वर्षीय युवक चार दिनों बाद घर लौट आया है। मिली जानकारी के अनुसार के सुरत में रहना वाला अनूप सिंह मुंबई में रहने वाले अपने परिजनों से मिलने आया था। बीते 9 मार्च को अनूप ने वापस सुरत जाने के लिए बोरिवली से ट्रेन क्रमांक 02935 से सुबह 6.40 बजे सुरत के लिए रवाना हुआ। सुबह 10.35 बजे यह ट्रेन सुरत पहुंच गई पर अनूप इस ट्रेन से सूरत नहीं पहुंचा।उसके मोबाईल पर फोन करने पर फोन बंद मिला। इसके बाद मामले की शिकायत बोरिवली रेलवे पुलिस स्टेशन में की गई। बोरिवली स्टेशन के सीसीटीवी में अनूप ट्रेन में सवार होते दिखाई दिया पर सूरत रेलवे स्टेशन पर उसे स्टेशन से बाहर आते नहीं देखा गया। 29 वर्षीय युवक के इस तरह चलती ट्रेन से गायब होने से लोग आश्चर्यचकित थे।
मामला रेलवे पुलिस कमिश्नर कैसर खालिद के संज्ञान में भी आ चुका था। युवक की तलाश में उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों को लगा रखा था। इसी बीच 12 मार्च की दोपहर रेलवे पुलिस कमिश्नर को जानकारी मिली की युवक अर्ध बेहोशी की हालत में सुरत लौट आया है। उसे अस्पताल ले जा गया। अनूप ने‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि उस दिन ट्रेन में सवार होते ही एक महिला व तीन पुरुष उसकी सीट पर अगल-बगल आकर बैठ गए। ट्रेन के आगे बढने के कुछ समय बाद अनूप के गर्दन पर चींटी काटने जैसा दर्द हुआ। उसके बाद उसे होश नहीं रहा। 10 मार्च की रात करीब 12 बजे अनूप की आंख खुली तो उसने खुद को ट्रेन की बजाय बस में पाया। अपने अगल-बगल के लोगों से पूछने पर उसे पता चला कि वह इस समय यूपी के झांसी में है।उसने देखा की उसका पर्स, मोबाईल और बैग में रखे 1 लाख 45 हजार रुपए गायब थे।11 मार्च की सुबह बस ने उसे झांसी बस डिपो छोड़ दिया। वहां से अनूप किसी तरह हिम्मत कर झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचा और वहां से शाम की ट्रेन में सवार होकर 12 मार्च की दोपहर सूरत पहुंच सका। युवक की चार दिन बाद घर वापसी पर परिजनों ने राहत की सांस ली। अनूप की तलाश के लिए सोशल मीडिया पर उसके मित्रों ने अभियान शुरु किया था। बोरिवली रेलवे पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भास्कर पवार ने कहा कि इस तरह की वारदात पहली बार सामने आई है। पीड़ित का बयान दर्ज करने के बाद मामले की जांच की जाएगी।