प्रभारी संचालक के फरमान से बीएड परीक्षार्थी परेशान, परीक्षा दें या फिर वायवा
प्रभारी संचालक के फरमान से बीएड परीक्षार्थी परेशान, परीक्षा दें या फिर वायवा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान में बीएड करने वाले विभागीय शिक्षकों को प्रभारी संचालक कामायनी कश्यप एवं परीक्षा प्रभारी पीडी मिश्रा के तुगलकी फरमान से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रभारी प्राचार्य एवं परीक्षा प्रभारी ने प्रयोगिक परीक्षा का वायवा लेने का असमंजस्य पूर्ण आदेश जारी किया है, जिसमें परीक्षार्थियों को कहा गया है कि वे लिखित परीक्षा के साथ ही वायवा देने के लिए संस्थान पहुँचे। इस आदेश के कारण परीक्षार्थियों को समझ नहीं आ रहा है कि वे परीक्षा दें या फिर वायवा देने संस्थान पहुँचे।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने बताया कि राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान एस.आई.एस.सी जबलपुर की प्रभारी संचालक श्रीमती कामायनी कश्यप एवं परीक्षा प्रभारी पी.डी.मिश्रा द्वारा तुगलकी आदेश जारी कर संस्थान में अध्ययनरत छात्राध्यापकों को दुविधा में डाल दिया गया है। प्रशिक्षाणर्थी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उन्हें बी.एड की परीक्षा देना है या वायवा में सम्मिलित होना है। उल्लेखनीय है कि संस्थान अंतर्गत स्थापित कम्पयूटर लैब विगत दो वर्षों से नहीं खुली है प्रशिक्षाणार्थीयों को कम्प्यूटर के दर्शन तक नहीं कराए गए हैं फिर उन्हें बी.एड सांईंस के नाम पर कम्प्यूटर से संबंधित वायवा देने हेतु वाध्य किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा बी.एड परीक्षा चतुर्थ सेमेस्टर अंतिम वर्ष की जारी समय सारणी के अनुसार 25 जून 21 से 30 जून 2021 की मध्य ओपन बुक परीक्षायें होनी हैं, जिसके प्रश्न पत्र 25 जून 2021 को ही ऑन लाइन अपलोड कर दिए जाएं, जिसे छात्राध्यापकों द्वारा 30 जून 21 से 02 जुलाई 21 के मध्य महाविद्यालय में जमा किया जाना है। संस्थान द्वारा वायवा 25 जून के पूर्व भी लिया जा सकता था अथवा परीक्षा उपरांत भी लिया जा सकता है। किन्तु संचालक द्वारा परीक्षा तिथियों के बीच की वॉयबा लिये जाने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया है। ससंचालक के विरोधाभाषी फरमान से छात्राध्यापकों में असमंजश एवं भारी असंतोष व्याप्त है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेशतिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह आलोक अग्निहोत्र, दुर्गेश पाण्डे, मुन्नालाल पटैल, राजेश चतुर्वेदी, मनोज खन्ना, अजय सिंह ठाकुर, तरूण पंचौली, मनीष चौबे, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, प्रणव साह, श्याम नारायण तिवारी, धीरेन्द्र सोनी. मो0 तारिख, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, महेश कोरी, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी, प्रियांश शुक्ला, विनय नामदेव, आन्नद रैकवार, किशोर दुबे, आदित्य दीक्षित, पवन ताम्रकार, जयप्रकाश गप्ता आदि ने कुलपति रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर को पत्र प्रेषित कर मांग की है।