12 जनवरी को होगा ऑथेंटिक बारबेक्यू कुकिंग वर्कशॉप का आयोजन, बताई जाएंगी नई तकनीकें

12 जनवरी को होगा ऑथेंटिक बारबेक्यू कुकिंग वर्कशॉप का आयोजन, बताई जाएंगी नई तकनीकें

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-07 09:32 GMT
12 जनवरी को होगा ऑथेंटिक बारबेक्यू कुकिंग वर्कशॉप का आयोजन, बताई जाएंगी नई तकनीकें

डिजिटल डेस्क, नागपुर । बारबेक्यू डिशेस की विधि प्राचीन समय से ही काफी मशहूर है। इन दिनों यह विधि ट्रैंड में है और लोग भी इसे काफी पसंद कर रहे हैं। वर्कशॉप का उद्देश्य लोगों को इसकी ऑथेंटिक विधि से बनाई जाने वाली अलग-अलग डिशेस और तकनीक से अवगत कराना है। इसी उद्देश्य से दैनिक भास्कर की ओर से 12 जनवरी को ऑथेंटिक बारबेक्यू कुकिंग वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। वर्कशॉप का आयोजन श्री बालासाहब तिरपुड़े कॉलेज में शाम 4 से 9 बजे तक किया जाएगा।

वर्कशॉप में कई जाने-माने होटलों में काम कर चुके शेफ शशिकांत दहीकर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगे। वर्कशॉप में सामग्री के साथ पूरा प्रायोगिक कर व्यंजन बनाना सिखाया जाएगा। वर्कशॉप में 15 वर्ष से अधिक आयु के महिला व पुरुष वर्ग शामिल हो सकते हैं। वर्कशॉप में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है। वर्कशॉप में प्रायोजक के तौर पर स्पाइसेज पार्टनर वाघमारे मसाले, टेक्निकल पार्टनर श्री बालासाहब तिरपुड़े कॉलेज और एग्जॉटिक वेजी पार्टनर प्रतिभा मार्केटिंग-फ्रेश एग्जॉटिक फ्रूट एंड वेजिटेबल सप्लायर जुड़े हैं।

विद्यार्थियों को दिया गया डोनर कार्ड
साईंनाथ कॉलेज ऑफ फार्मेसी में जीएचके ब्लड बैंक के सौजन्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को रक्तदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। शिविर में 50 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। रक्तदान शिविर एनएसएस के अंतर्गत किया गया। शिविर में डॉ. जी. एस. खंडेलवाल, डॉ. श्वेता खंडेलवाल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस दौरान हर विद्यार्थी को प्रमाणपत्र व डोनर कार्ड दिया गया। शिविर में प्राचार्य डॉ. सलीम फारूखी, एड. रमेश रेवतकर, डॉ. चंचल तथा एनएसएस अधिकारी योगिता चरडे उपस्थित थे।

विद्यार्थियों ने सीखा अनुशासन का पाठ
दि ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन द्वारा संचालित मुंडले इंग्लिश मीडियम शाला में "सकारात्मक अनुशासन अनिवार्य" विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सकारात्मक अनुशासन से बच्चों को किस तरह प्रोत्साहन मिलता है इस बारे में जानकारी दी गई। बच्चों का बताया गया कि उनके जीवन में अनुशासन, कौशल व उनके व्यक्तिमत्व विकास में ये बातें कैसे लाभदायी होती हैं। डॉ. जया शिवलकर द्वारा आयोजित यह कार्यशाला अध्यापकों को अपने अध्ययन के लिए लाभप्रद रही। शाला के अध्यक्ष मकरंद पंढरीपांडे ने मार्गदर्शन किया। कार्यशाला में शाला की मुख्याध्यापिका रूपाली हिंगवे, प्राथमिक विभाग प्रमुख मेघा पाध्ये उपस्थित थीं।
 

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