कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या - जून, 2021!

कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या - जून, 2021!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-21 10:11 GMT
कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या - जून, 2021!

डिजिटल डेस्क | श्रम और रोजगार मंत्रालय कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या - जून, 2021| कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (आधार: 1986-87=100) माह, जून 2021के लिए 8अंक बढ़कर क्रमशः 1057 (एक हजार सत्तावन) और 1065 (एक हजार पैंसठ) रहे।कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में वृद्धि मुख्य रूप से दालों, सब्जियों और फलों, प्याज, मांस बकरी, मछली की कीमतों में वृद्धिखाद्य समूह सूचकांक (( ) 6.00 अंक) और ( ) 6.10 में वृद्धि के कारण हुई क्योंकि दालें, सब्जियां और फल, प्याज, बकरी का मांस, ताजा/सूखी मछली, सरसों का तेल, गुड़ आदि की कीमतों में वृद्धि हुई। सूचकांक में वृद्धि/गिरावट अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रही। कृषि मजदूरों के मामले में, 19 राज्यों में 1 से 10 अंक की वृद्धि और जम्मू -कश्मीर राज्य में 10 अंकों की कमी दर्ज की गई। तमिलनाडु राज्य 1256 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में सबसे शीर्ष पर रहा जबकि हिमाचल प्रदेश राज्य 824 अंकों के साथ सबसे नीचे रहा।

ग्रामीण मजदूरों के मामले में, 19 राज्यों में 2 से 10 अंक की वृद्धि और जम्मू-कश्मीर राज्य में 9 अंकों की कमी दर्ज की। तमिलनाडु राज्य 1241 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में सबसे शीर्ष पर है जबकि बिहार राज्य 863 अंकों के साथ सबसे नीचे रहा। राज्यों में, कृषि मजदूरों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम वृद्धि केरल राज्य ( 10 अंक) में दर्ज की गई। मुख्य रूप से मूंगफली के तेल, सब्जियों और फलों, ताजा मछली, मांस बकरी, दूध, चीनी, प्याज, मिर्च-सूखी, गुड़, शर्टिंग कपड़ा कपास (मिल), प्लास्टिक के जूते, दवा आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण ग्रामीण मजदूरों के मामले में चार राज्यों- केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश ( 10 अंक) ने वृद्धि दर्ज की गई। इसके विपरीत, गेहूं आटा, सब्जियों और फलों, मिर्च की कीमतों में गिरावट के कारण कृषि और ग्रामीण मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम कमी जम्मू -कश्मीर राज्य (क्रमशः -10 अंक और -9 अंक) की कमी दर्ज की गई। सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल पर आधारित मुद्रास्फीति की दर जून 2021 में बढ़कर 3.83 प्रतिशत और 4.00% प्रतिशत हो गई।

यह मई, 2021 में क्रमश: 2.94 प्रतिशत और 3.12 प्रतिशत थी। पिछले वर्ष यह इसी महीने के दौरान क्रमशः 7.16% और 7.00 प्रतिशत रही थी। खाद्य मुद्रास्फीति जून, 2021 में 2.67% और 2.86% रही, जो मई, 2021 में क्रमशः 1.54% और 1.73% रही थी और पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान यह क्रमशः 8.57% और 8.41% थी। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (सामान्य तथा समूह के अनुसार): समूह कृषि श्रमिक ग्रामीण श्रमिक मई,2021 जून,2021 मई,2021 जून,2021 सामान्य सूचकांक 1049 1057 1057 1065 खाद्य 992 1001 999 1008 पान,सुपारी आदि. 1809 1820 1822 1832 ईंधन एवं प्रकाश 1131 1134 1126 1130 कपड़े,बिस्तर,जूते 1056 1063 1070 1078 विविध 1097 1102 1101 1105 श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डीपीएस नेगी ने सूचकांक जारी करते हुए कहा कि कृषि श्रमिकों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में वृद्धि मुख्य रूप से दालों, सब्जियों और फल, प्याज, बकरी का मांस, ताजा/सूखी मछली, सरसों का तेल, गुड़, शर्टिंग कपड़ा (सूती मिल), प्लास्टिक के जूते, और मिट्टी के तेल आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है। जुलाई, 2021 के लिए सीपीआई-एएल और आरएल 20 अगस्त, 2021 को जारी किया जाएगा।

Tags:    

Similar News