हाजिरी लगाने में टॉप पर हैं 75 वर्षीय सांसद बालासुब्रह्मण्यम, 6 सत्रों में महात्मे की 100 प्रतिशत उपस्थिति

राज्यसभा हाजिरी लगाने में टॉप पर हैं 75 वर्षीय सांसद बालासुब्रह्मण्यम, 6 सत्रों में महात्मे की 100 प्रतिशत उपस्थिति

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-04 14:35 GMT
हाजिरी लगाने में टॉप पर हैं 75 वर्षीय सांसद बालासुब्रह्मण्यम, 6 सत्रों में महात्मे की 100 प्रतिशत उपस्थिति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजनीतिक दलों के हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही अमूमन बाधित होती है। फिर भी ऐसे सांसदों की कमी नहीं है जो देश की सबसे बड़ी पंचायत में नियमित रूप से पहुंचते हैं। राज्यसभा के पिछले सात सत्रों का विश्लेषण बताता है कि 78 प्रतिशत माननीयों ने सदन की कार्यवाही में रोजाना हिस्सा लिया है। विशेष यह कि अन्नाद्रमुक के 75 वर्षीय सांसद एस आर बालासुब्रह्मण्यम इन सात सत्रों की सभी 138 बैठकों में उपस्थित रहे हैं। दरअसल राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू के निर्देश पर राज्यसभा सचिवालय ने उच्च सदन के 248वें से लेकर 254वें सत्र तक का आंकड़ा इकट्ठा किया है। इसमें यह तथ्य उभर कर आया है कि इन सात सत्रों के दौरान रोजाना 78 प्रतिशत सदस्यों ने कार्यवाही में हिस्सा लिया है। इनमें 30 प्रतिशत माननीय ऐसे हैं जिन्होने प्रतिदिन अपनी हाजिरी लगाई है। दो प्रतिशत से कम (1.90 प्रतिशत) ही सदस्य ऐसे रहे, जो किसी कारणवश एक दिन भी सदन में नहीं पहुंचे हैं। सात सत्रों के दौरान सबसे ज्यादा 82.57 प्रतिशत उपस्थिति 254वें सत्र में दर्ज की गई। 

6 सत्रों में विकास महात्मे की रही 100 प्रतिशत हाजिरी

राज्यसभा के पिछले 7 सत्रों की बात करें तो इस दौरान सदन में उपस्थिति के मामले में अन्नाद्रमुक के एस आर बालासुब्रह्मण्यम टॉप पर हैं। उन्होने सभी 138 बैठकों में शिरकत की है। छह सत्रों में 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने वालों में विकास महात्मे, नीरज शेखर, डॉ अशोक वाजपेयी, डॉ डी पी वत्स और राजकुमार वर्मा का नाम शामिल है। इसी प्रकार राकेश सिन्हा, सुधांशु त्रिवेदी, डॉ कैलाश सोनी, नरेश गुजराल, विशंभर प्रसाद निषाद, कुमार केतकर और डॉ अमी याज्ञनिक 5 सत्रों में 100 प्रतिशत हाजिरी रही है तो जया बच्चन, जयराम रमेश, भूपेन्द्र यादव, डॉ सत्यनारायण जटिया, के जे अल्फांस, टीजी वेंकटेश, के रवीन्द्र कुमार, पीसी गुप्ता, विप्लव ठाकुर, कांता कर्दम और के सोम प्रकाश सहित 18 सदस्य 4 सत्रों में रोजाना सदन में पहुंचे हैं।

उपस्थिति पर नहीं दिखा महामारी का असर

राज्यसभा का पिछला तीन सत्र कोरोना महामारी के साए में संपन्न हुआ है। इस दौरान पूरे देश में व्याप्त भय के वातावरण के बावजूद सांसद सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे हैं। सचिवालय सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा के 252वें सत्र में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 99 सदस्यों ने सभी 10 बैठकों में हिस्सा लिया था तो 254वें सत्र में भी 98 सदस्य सभी 17 बैठकों में सदन में मौजूद रहे। बता दें कि उपस्थिति का यह आंकड़ा राज्यसभा के 225 सदस्यों का है क्योंकि मंत्रियों, राज्यसभा के उपसभापति, सदन के नेता और विपक्ष के नेता के लिए हाजिरी लगाना जरूरी नहीं है।


 

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