मझगवां के भट्ठन टोला में उल्टी दस्त से 11 दिन में 5 आदिवासियों की मौत
सतना मझगवां के भट्ठन टोला में उल्टी दस्त से 11 दिन में 5 आदिवासियों की मौत
डिजिटल डेस्क, सतना। मझगवां के स्थानीय आदिवासी बस्ती भट्ठन टोला में बीते 11 दिनों में 5 आदिवासियों की उल्टी-दस्त से मौत हो गई। मृतकों में एक नवजात, 1 किशोर और 2 बुजुर्ग शामिल हैं। उल्टी-दस्त की वजह से 3 साल की बच्ची जिला अस्पताल के पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) में तो अन्य 5 लोगों को मझगवां के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर कर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती किया गया है। 11 दिन में 5 लोगों की मौत हो गई और स्वास्थ्य विभाग को इस घटना की कानोंकान खबर तक नहीं हुई जबकि भट्ठन टोला और सीएचसी के बीच की दूरी महज करीब 2 किलोमीटर ही है। उल्टी-दस्त से जब मौत का सिलसिला बढऩे लगा तो सीएचसी से एक टीम भेजकर मोहल्ले के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। बीएमओ ने उल्टी-दस्त का कारण कुएं का गंदे पानी का इस्तेमाल बताया।
11 अगस्त को हुई थी पहली डेथ
हासिल जानकारी के मुताबिक उल्टी-दस्त की शुरुआत 10 वर्ष की सोनहला मवासी पिता रामाधीन मवासी से हुई। 11 अगस्त को उल्टी-दस्त होने के बाद सोनहला को सीएचसी में भर्ती किया जाता कि इससे पहले उसकी मौत हो गई। 10 वर्ष की छोटी बाई मवासी भी उल्टी-दस्त की शिकार हुई और 17 अगस्त को घर पर ही दम तोड़ दिया। छोटीबाई के बाबा जवाहर मवासी (75) को उल्टी-दस्त हुई तो 10 अगस्त को उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया था। सेहत ठीक हुई तो उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। घर पहुंचने के एक-दो दिन बाद एक बार फिर जवाहर मवासी को उल्टी-दस्त हुई और अंतत: आज उनकी मौत हो गई। इससे पहले 52 वर्षीय रामगोपाल मवासी की 21 अगस्त और महज 3 दिन पहले जन्मे नवजात ने भी उल्टी-दस्त की वजह से दम तोड़ दिया।
गंदा पानी पीने से हुए बीमार
भट्ठन टोला में जब उल्टी-दस्त से होने वाली मौतों का सिलसिला कम नहीं हुआ तो उसी मोहल्ले के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता शिवकैलाश मवासी ने ब्लॉक मेडिकल ऑफीसर डॉ. तरुणकांत को मोबाइल पर समूचे घटनाक्रम की जानकारी दी। उल्टी-दस्त के कहर की खबर मात्र से स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन सीएचसी की टीम टोला पहुंच गई और स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया। बीएमओ डॉ. त्रिपाठी की अगुवाई में डॉ. संतोष सिंह, सुपरवाइजर प्रेमचंद्र, फार्मासिस्ट अखिलेश पटेल ने करीब 20 संदिग्ध मरीजों का चेकअप किया। कुछ को दवाइयां बांटी गईं जबकि एक गर्भवती महिला, एक बच्ची समेत 5 बीमारों को जिला अस्पताल सतना रेफर किया गया।
इनका कहना है
पूरा टोला एक ऐसे कुएं का पानी पी रहा है जो मटमैला है। बारिश की वजह से कुआं लबालब भर गया है, इसमें नजदीक के तालाब का पानी आ रहा है। हमने कैम्प लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जिसमें 5 लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया है। मोहल्ले वालों को उबालकर पानी पीने की सलाह दी गई है।