हर घर तिरंगा’ के लिए 200 मुस्लिम महिलाएं बना रहीं देश का राष्ट्रीय ध्वज

सतना हर घर तिरंगा’ के लिए 200 मुस्लिम महिलाएं बना रहीं देश का राष्ट्रीय ध्वज

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-23 12:26 GMT
हर घर तिरंगा’ के लिए 200 मुस्लिम महिलाएं बना रहीं देश का राष्ट्रीय ध्वज

डिजिटल डेस्क, सतना। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर भारत सरकार ने 11 अगस्त से 17 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा फहराने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश में सतना जिले के 5 लाख घरों में तिरंगा फहराने की तैयारी है। खास बात ये है कि सतना शहर के 72 हजार घरों में फहराए जाने वाले तिरंगों को स्वसहायता समूहों के माध्यम से करीब 2 सौ मुस्लिम महिलाएं इस काम को कर रही हैं। मसलन, कपड़े की कटिंग से लेकर सिलाई तक मुस्लिम महिलाएं कर रही हैं। झण्डा बनवाने का टारगेट शहर में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और विकासखण्ड स्तर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को दिया गया है। तिरंगा बनाने को लेकर मुस्लिम महिलाओं के अंदर गजब का उत्साह है। देश के राष्ट्रीय ध्वज को बनाने के लिए सरकार कुछ कायदे-कानून बनाए गए हैं जिसका हरहाल में पालन करना होगा।
ईच वन, गिफ्ट वन टैगलाइन बनाई
गौरतलब है कि हर घर तिरंगा आयोजन को लेकर कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में एक समिति भी बनाई गई है। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों को जोड़ा गया है। प्रशासन की कोशिश है कि सभी घरों में तिरंगा फहरे। तिरंगा झंडा बनाने का काम स्वसहायता समूहों की महिलाओं से कराया जा रहा है। सरकार ने ईच वन.. गिफ्ट वन की टैगलाइन भी दी है। कहने का आशय ये कि जो सक्षम लोग हैं वो झंडा दूसरे को गिफ्ट करें। प्रत्येक झंडे की साइज़ 20 बाई 30 इंच होगी। झंडे का कपड़ा या तो खादी का होगा या फिर कॉटन का।
झण्डा के साथ मिलेगी नियमावली
जानकारों ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के दरमियान घर-घर फहराए जाने वाले राष्ट्रीय ध्वज के साथ लोगों को भारतीय झंडा संहिता की एक कॉपी भी दी जाएगी, जिसमें झण्डावंदन से संबंधित सारी नियमावली होगी। मसलन, तिरंगा को कितने बजे फहराना है और कितने बजे उसे दण्ड से उसे उतारना है। इन सब प्रक्रिया के बीच किन-किन सावधानियों का पालन करना है उसका भारतीय झंडा संहिता की कॉपी में जिक्र होगा।
इनका कहना है....
देखिए, हम अपनी आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। जैसा निर्देश हैं कि सभी घरों में तिरंगा 11 अगस्त से 17 अगस्त तक फहराया जाना है। हमारी कोशिश है कि सभी घरों में तिरंगा फहराए। झंडा सभी तक पहुंच सके इसकी व्यवस्था भी कर रहे हैं। ईच वन, गिफ्ट वन की टैगलाइन भी हमें दी गई है। झंडे की गरिमा न प्रभावित हो इसको अभी से लोगों को अवगत कराया जा रहा है।
राजेश शाही, प्रभारी एडीएम
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75वां अमृत महोत्सव है इसलिए प्रधानमंत्री जी ने ये एलान किया है। सभी लोग उत्साहित होकर तिरंगा झण्डा बना रहे हैं। हम लोगों को 72 हजार ध्वज तैयार करने का लक्ष्य मिला है। नजीराबाद, कामता टोला, डालीबाबा, कम्पनी बाग में करीब 2 सौ मुस्लिम महिलाएं राष्ट्रीय ध्वज को तैयार कर रही हैं, और भी स्वसहायता समूह हैं जो इस काम में लगी हैं।
फहमीदा बेगम, अध्यक्ष
रोज़ी अनुपमा एसएसजी
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अपने यहां मुस्लिम महिलाएं इस काम को बड़ी रुचि से कर रही हैं। इनका मकसद है कि सम्मान के साथ बनाना है इस झंडे को और सम्मानित तरीके से फोल्ड करके रखना है। हम लोगों को ये भी बता रहे हैं कि ध्वज को सुबह 10 बजे फहराना है और शाम 5 बजे से पहले उतार लेना है। इसको फोल्ड करके बासम्मान रखना है, इससे इनको रोजगार भी मिला।
 

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