अमानक पाए गए गुजरात से सतना भेजे गए २ लाख राष्ट्रीय ध्वज
सतना अमानक पाए गए गुजरात से सतना भेजे गए २ लाख राष्ट्रीय ध्वज
डिजिटल डेस्क, सतना। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में घर -घर तिरंगा अभियान के लिए गुजरात के अहमदाबाद से यहां भेजे गए २ लाख राष्ट्रीय ध्वज अमानक पाए जाने पर कैंसिल कर दिए गए हैं। इन्हें वापस भेजा जाएगा। अमानक पाए गए सभी राष्ट्रीय ध्वज कलेक्ट्रेट के मालखाने में सुरक्षित करा दिए गए हैं। उल्लेखनीय है, राष्ट्रीय भावना के विकास के उद्ेश्य से जिला मुख्यालय समेत जिले में १३ अगस्त से १५ अगस्त के मध्य ५ लाख घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है। पहले घर-घर तिरंगा अभियान ११ अगस्त से १७ अगस्त तक प्रस्तावित था। कतिपय अपरिहार्य कारणों में कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है।
अब ५ लाख तिरंगा निर्माण का लक्ष्य :----
गुजरात के अहमदाबाद से यहां भेजे गए २ लाख राष्ट्रीय ध्वजों के अमानक निकल जाने के बाद जिले में स्थानीय स्तर पर तिरंगा निर्माण का लक्ष्य ३ लाख से बढ़कर ५ लाख हो गया है। उल्लेखनीय है, इससे पहले जिले के स्व सहायता समूहों को २ लाख तिरंगों के निर्माण का लक्ष्य दिया गया था। महिला एवं बाल विकास विभाग की निगरानी में जिले के कुल ४१९ स्व सहायता समूहों की १५०० महिलाएं तिरंगा निर्माण में लगी हुई हैं। जिनमें से ३७९ ग्रामीण स्वसहायता समूह की १०० महिलाएं और शहरी क्षेत्र में ४० स्वसहायता समूहों की ४०० महिलाएं राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण में योगदान दे रही हैं।
ग्रामीण महिलाओं ने अब तक बनाए ६० हजार नेशनल फ्लैग :----
जानकारों ने बताया कि जिले की ग्रामीण महिलाओं ने अब तक बनाए ६० हजार नेशनल फ्लैग बना लिए हैं। उम्मीद जताई गई है कि शहरी और ग्रामीण स्व सहायता समूह की महिलाएं मिलकर १० अगस्त की स्थिति में लक्ष्य पूरा कर लेंगी। राष्ट्रीय ध्वज २५ रुपए मूल्य पर जिले की सभी ८०८ शासकीय उचित मूल्य की दुकानों और ६९२ पंचायत केंद्रों के अलावा नगर निगम सतना, मैहर नगर पालिका और सभी नगर परिषदों और जनपद कार्यालयों में बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा शासनादेश के अनुसार सभी विभाग प्रमुख अपने स्टाफ के हिसाब से तिरंगा की खरीदी सुनिश्चित करेंगे। भुगतान संबंधित विभागों द्वारा किया जाएगा।
२४ हजार के बीच सिर्फ १९४ निकले सही :------
जानकारों ने बताया कि तिरंगा की खेप गुजरात के अहमदाबाद से एक जुलाई को यहां जिला मुख्यालय आ गई थी। मंगलवार को जब इन तिरंगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए खोला गया तो पता चला ज्यादातर राष्ट्रीय ध्वज तय मानकों पर नहीं हैं। मसलन- किसी फ्लैग के राष्ट्रीय चक्र में तीलियां कम हैं तो कोई गोलाकार की जगह अंडकार है। तिरंगों की तय साइज में सही नहीं पाई गई। लगभग २४ हजार तिरंगों में से महज १९४ ठीक पाए जाने पर महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम लगा कर नेशनल फ्लैग ठीक से चेक कराए गए। अंतत: खेप को रद्द करते हुए वापस गुजरात भेजने का निर्णय लिया गया।
फैक्ट फाइल :------
+ जिले में १३ अगस्त से १५ अगस्त तक ५ लाख तिरंगा फहराने का लक्ष्य
+ स्थानीय स्तर पर स्वसहायता समूहों के माध्यम से तैयार किए जाने थे २ लाख राष्ट्रीय ध्वज
+ गुजरात से भेजे गए ३ लाख राष्ट्रीय ध्वज अमानक निकलने के बाद स्थानीय स्तर पर तयर किया गया ५ लाख तिरंगों का लक्ष्य
+ ग्रामीण एवं शहरी स्व सहायता समूहों के ४१९ समूहों की १५०० महिलाएं तिरंगा तैयार करने के लक्ष्य पर दे रही हैं योगदान