लोकसभा 2024: लोकसभा में पहुंचने पसीना बहा रहे दो दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री, इन पर है ज्यादा भरोसा
- रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से भाजपा का उम्मीदवार घोषित
- जीते तो पहली बार लोस में पहुंचेंगे खट्टर
- कर्नाटक के तीन पूर्व सीएम भी मैंदान में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, अजीत कुमार। भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को आखिरकार रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। 18वीं लोकसभा में पहुंचने के लिए नारायण राणे की तरह लगभग दो दर्जन पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कमर कस ली है। इनमें दर्जन भर से अधिक पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा के टिकट पर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने के लिए पसीने बहा रहे हैं। 2024 के चुनाव में भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्रियों में सबसे बड़ा नाम गुजरात में लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नरेन्द्र मोदी का है, जो लगातार तीसरी बार वाराणसी से ताल ठोंक रहे हैं। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ सीट से, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा खूंटी से, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल डिब्रूगढ़ से और नारायण राणे महाराष्ट्र की रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से लोकसभा में पहुंचने की तैयारी में हैं। ये चारों पूर्व मुख्यमंत्री मौजूदा मोदी मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य हैं।
जीते तो पहली बार लोस में पहुंचेंगे खट्टर
हाल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे मनोहरलाल खट्टर करनाल सीट से तो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा टिकट पर विदिशा से मैंदान में हैं। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब त्रिपुरा पश्चिम सीट से तो उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत हरिद्वार सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। खट्टर, बिप्लव और रावत जीते तो पहली बार लोकसभा में पहुंचेंगे।
कर्नाटक के तीन पूर्व सीएम भी मैंदान में
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भाजपा टिकट पर हावेरी सीट से तो एक दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार बेलगाम सीट से लोकसभा में पहुंचने की जुगत में हैं। लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले ये दोनों नेता भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कर्नाटक के एक और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी मांड्या सीट से जद (एस) के उम्मीदवार हैं। कुमारस्वामी लोकसभा में पहुंचकर मोदी सरकार में कृषि मंत्री बनना चाहते हैं। आन्ध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी भी राजमपेट से भाजपा उम्मीदवार बने हैं।
दिग्गी और बघेल भी आजमा रहे किस्मत
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजगढ़ सीट से तो छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की राजनांदगांव से कांग्रेस टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस टिकट पर अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब तुकी अरूणाचल पश्चिम सीट तो पुड्डुचेरी के पूर्व सीएम वी वैधलिंगम पुड्डुचेरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी इस बार जालंधर सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उमर-महबूबा डटे तो आजाद ने मैंदान छोड़ा
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला बारामूला सीट से तो पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती अनंतनाग सीट से निम्न सदन में पहुंचने के लिए पसीने बहा रहे हैं। प्रदेश के एक और पूर्व मुख्यमंत्री गुलामनबी आजाद ने भी अनंतनाग से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन अब उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है।
अपनी नैया पार लगाने में जुटे मांझी
लोकसभा पहुंचने की दौड़ में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी शामिल हैं। वे हम पार्टी से गया सीट से उम्मीदवार हैं। मांझी गया से पिछला तीन चुनाव हार चुके हैं। इस दौड़ में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम भी शामिल हैं। पनीरसेल्वम तमिलनाडु के रामनाथपुरम सीट से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उन्हें भाजपा का समर्थन हासिल है।