सराहा: सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे के कवच प्रणाली सहित सुरक्षा उपायों की सराहना की
- ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कवच प्रणाली
- कवच प्रणाली के कार्यान्वयन सहित रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कवच प्रणाली के कार्यान्वयन सहित रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है। रेलवे ने कोर्ट को बताया कि कवच प्रणाली ट्रेनों की टक्कर होने से रोकने का काम करती है। जिन रेल मार्गों पर इसे लगाया गया है, उन पर सिग्नल का उल्लंघन करने पर ट्रेन अपने आप रुक जाती है।
एडवोकेट विशाल तिवारी ने ओडिशा के बालासोर ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर सुप्रीम सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे में कवच प्रोटेक्शन सिस्टम को तत्काल प्रभाव से लागू किए जाने की मांग उठाई थी। इससे पहले गत 2 जनवरी को हुई सुनवाई में जस्टिस सूर्यकांत और केवी विश्वनाथन की पीठ ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी से सुनवाई की अगली तारीख पर कोर्ट को कवच प्रणाली समेत मौजूदा प्रस्तावित उपायों की जानकारी देने को कहा था।
पीठ ने सोमवार को वेंकटरमणी द्वारा रेलवे में सुरक्षा उपायों की स्थिति को लेकर दाखिल रिपोर्ट पर गौर किया और इसका निपटारा करते हुए रेलवे द्वारा सुरक्षा को लेकर उठाए गए उपायों की सराहना की।
कोर्ट ने अटार्नी जनरल आर. वेंकटरमणी द्वारा दाखिल स्थिति रिपोर्ट पर गौर करते हुए कहा, 'हम रेलवे द्वारा किए गए उपायों की सराहना करते हैं। 'याचिकाकर्ता विशाल तिवारी द्वारा दो जनवरी को दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने 'कवच' प्रणाली सहित सुरक्षा उपायों, यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब तक किए गए या केंद्र द्वारा प्रस्तावित उपायों के बारे में जानना चाहा था।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने उस याचिका का निस्तारण कर दिया, जिसमें यात्री सुरक्षा के मुद्दे उठाए गए थे। इससे पहले, शीर्ष अदालत ने दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षित यात्रा को बढ़ावा देने के लिए रेलवे द्वारा किए गए कई उपायों पर गौर किया।