खरीफ सत्र में किसानों को मिलेगी 1.08 लाख करोड़ रुपए की उर्वरक सब्सिडी
- उर्वरक सब्सिडी के रुप में 1.08 लाख करोड़ रुपए की स्वीकृति
- अधिकतम खुदरा कीमतों में इस अवधि के दौरान कोई बदलाव नहीं
- उर्वरक सब्सिडी से करीब 12 करोड़ किसानों को फायदा पहुंचने की उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चालू खरीफ मौसम के लिए उर्वरक सब्सिडी के रुप में 1.08 लाख करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इसमें यूरिया के पीछे 70 हजार करोड़ रुपए और डीएपी पर 38,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि अप्रैल 2023- मार्च 2024 के खरीफ सत्र के दौरान उर्वरक सब्सिडी पर कुल 1.08 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उर्वरकों की अधिकतम खुदरा कीमतों में इस अवधि के दौरान कोई बदलाव नहीं किया जाए। फिलहाल यूरिया की कीमत 276 रुपए प्रति बोरी है जबकि डीएपी 1350 रुपए प्रति बोरी पर बिक रही है। उर्वरक सब्सिडी से करीब 12 करोड़ किसानों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि उर्वरकों पर एनबीएस योजना अप्रैल 2010 से चल रही है। आज के फैसले से कुल 25 ग्रेड (वर्ग) के फास्फोरस और पोटाश वाले उर्वरकों पर किसानों को सब्सिडी प्राप्त होगी। मंत्री मांडविया ने यह भी कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल फर्टिलाइजर सब्सिडी का राशि कम है, लेकिन फर्टिलाइजर की कीमतों में कमी आने से किसानों को अधिक भुगतान नहीं करना पडेगा।