लोकसभा: संसद में साथ-साथ बैठेंगे अखिलेश और डिंपल, पहले भी दिखा है दंपतियों का जलवा
- जोकिम व वायलेट अल्वा रहे हैं पहले दंपति
- पत्नी के साथ दो बार लोकसभा में पहुंचे थे छोटे साहब
- तीसरी बार एक साथ संसद में होगी पप्पू दंपति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, अजीत कुमार। देश की सियासत में ऐसे कई दिग्गज हुए, जो खुद तो संसद में पहुंचे ही, उनकी पत्नियां भी देश की सबसे बड़ी पंचायत की देहरी लांघने में कामयाब रहीं। वैसे अलग-अलग समय में पति और पत्नी के संसद में पहुंचने के कई उदाहरण हैं, लेकिन पति-पत्नी के एक ही समय में संसद में पहुंचने के दृष्टांत गिने-चुने ही हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव का नाम इसी सूची में शुमार है, जिन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव जीता है। अब पति-पत्नी दोनों एक साथ लोकसभा में बैठेंगे। इस चुनाव में अखिलेश ने कन्नौज सीट से जीत दर्ज की है तो डिंपल यादव मैनपुरी से जीतकर लोकसभा में पहुंची हैं।
जोकिम व वायलेट अल्वा रहे हैं पहले दंपति
संसद में पहुंचने वाले पहले दंपति के रूप में जोकिम अल्वा और वायलेट अल्वा का नाम लिया जाता है। जोकिम अल्वा 1952 का चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे थे। उसी साल उनकी पत्नी वायलेट अल्वा राज्यसभा के लिए चुनी गईं थीं। वायलेट अल्वा पूर्व केन्द्रीय मंत्री मारग्रेट अल्वा की सास थीं। इसी प्रकार गांधीवादी-समाजवादी नेता जेबी कृपलानी और उनकी पत्नी सुचेता कृपलानी भी 1967 में एक साथ लोकसभा में पहुंचने में कामयाब हुए थे। तब सुचेता कृपलानी कांग्रेस की सांसद थीं तो कांग्रेस छोड़ चुके जेबी कृपलानी सदन में कांग्रेस के खिलाफ झंडा बुलंद किया करते थे।
पत्नी के साथ दो बार लोकसभा में पहुंचे थे ‘छोटे साहब’
‘छोटे साहब’ के नाम से मशहूर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा और उनकी पत्नी किशोरी सिन्हा का नाम भी इस सूची में शामिल है। सत्येन्द्र नारायण और किशोरी सिन्हा 1980 और 1984 में दो बार साथ-साथ लोकसभा में पहुंचे थे। सत्येन्द्र नारायण सिन्हा बिहार में औरंगाबाद से तो किशोरी सिन्हा वैशाली से जीत दर्ज की थी। पंजाब से अकाली दल के सुखबीर बादल और उनकी पत्नी हरसिमरत कौर भी 2019 में एक साथ लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे। सुखबीर ने फिरोजपुर सीट से तो हरसिमरत ने बठिंडा सीट से जीत दर्ज की थी।
तीसरी बार एक साथ संसद में होगी पप्पू दंपति
2024 के चुनाव में बिहार की पूर्णिया सीट से निर्दलीय जीते राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का नाम भी इस सूचि में शामिल है। पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन इस समय कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य हैं। इसके पहले पप्पू और रंजीत ने 2004 और 2014 का चुनाव भी जीता था और एक साथ लोकसभा में पहुंचे थे। यह तीसरा मौका होगा, जब पप्पू दंपति एक साथ संसद में होगी।
पति-पत्नी दोनों जीते थे निर्दलीय
देश में शायद यह इकलौता उदाहरण है, जब पति और पत्नी दोनों निर्दलीय चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे थे। पूर्व रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह बिहार की बांका सीट से 2009 में निर्दलीय जीतकर लोकसभा मंे पहुंचे थे। लेकिन उनके दुखद निधन के बाद उनकी पत्नी पुतुल कुमारी ने 2010 के उपचुनाव में उसी सीट से निर्दलीय जीत दर्ज की थी।