राजनीति: अगर सक्षम उम्मीदवार दिया गया तो नांदेड़ में कांग्रेस ही जीतेगी, पर्यवेक्षकों को दिलाया विश्वास

  • कांग्रेस पर नजर रखने वालों के सामने वफादार कार्यकर्ताओं का विश्वास
  • चव्हाण के प्रभाव क्षेत्र में प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ कांग्रेसियों के सामने रखी अपनी राय
  • सभी विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ता बड़ी संख्या में हुए शामिल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-22 08:24 GMT

डिजिटल डेस्क, नांदेड़। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने पार्टी छोड़ दी है, लेकिन अगर पार्टी लोकसभा चुनाव में सक्षम उम्मीदवार खड़ा करती है तो नांदेड़ में महाविकास अघाड़ी का सांसद बनेगा। चव्हाण के प्रभाव क्षेत्र में प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस पर्यवेक्षकों को यह विश्वास दिलाया। मंगलवार को यहां चव्हाण पुरस्कृत जिला कांग्रेस कमेटी को भी भंग करने की मांग की गयी।

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके साथ पार्टी के कुछ विद्यमान पूर्व विधायक और कई कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल होंगे। जब ये भविष्यवाणी की जा रही थी, तब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने नांदेड़ जिले में पार्टी की शुरुआत की। पूर्व मंत्री शिवाजीराव मोघे, अनिल पटेल व अन्य को यहां निरीक्षक बनाकर भेजा गया था। दोपहर के सत्र में जिला कार्यालय में बैठकर निरीक्षकों ने संयोजक ईश्वरराव भोसीकर और पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों व पदाधिकारियों के भाषण व सुझाव सुने। कांग्रेस के मामलों की बात करें तो चव्हाण के पूर्व करीबी और पूर्व जिला अध्यक्ष बी.आर.कदम, प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त सचिव श्रवण रॅपनवाड, सुरेंद्र घोडजकर और कुछ अन्य कार्यकर्ता निरीक्षकों के आगमन पर विश्राम गृह में मौजूद थे। बाद के घटनाक्रम में विभिन्न हिस्सों से आए कार्यकर्ताओं ने बी.आर.कदम को पार्टी का जिला अध्यक्ष नियुक्त करने की मांग की।

कांग्रेस निरीक्षकों के दौरे की सूचना पिछले सप्ताह ही जिलाध्यक्ष को दे दी गई थी। उन्हें निरीक्षकों की मौजूदगी में बैठक करने का भी निर्देश दिया गया। लेकिन सोमवार शाम को बैठक में जिले भर से आये कार्यकर्ताओं को विदाई दी गयी। अखबार में सूचना एक दिन की देरी से जारी होने के कारण विभिन्न क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को बैठक की जानकारी देर से मिली, फिर भी सभी विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ता पर्यवेक्षकों से मिलने आये थे। नायगांव के पूर्व विधायक वसंतराव चव्हाण निरीक्षकों की बैठक में शामिल नहीं हो सके क्योंकि वह चिकित्सा कारणों से हैदराबाद गए थे। लेकिन उनके बेटे प्रोफेसर रवींद्र चव्हाण और नायगांव निर्वाचन क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय आये। पूर्व विधायक हणमंतराव बेटमोगरेकर भी समर्थकों के साथ आये। नांदेड़ महानगर में मुस्लिम कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ थी।

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