खुलासा: आंगनवाड़ियों में दो महीने के बाद जला चूल्हा, जिले में 22 सौ से अधिक कार्यरत
- बच्चों को दिया जाता है गरम आहार
- दो महीने का ऑनलाइन डेटा नहीं
- दो महीने के बाद जला आंगनवाड़ियों में चूल्हा
डिजिटल डेस्क, नागपुर. आंगनवाड़ी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाने से दो महीने पोषण आहार वितरण ठप रहा। हड़ताल खत्म होकर आंगनवाड़ी कर्मचारी काम पर लौटने के बाद आंगनवाड़ियों में पका हुआ पोषण आहार बच्चों को परोसा जा रहा है। हड़ताल दौरान आंगनवाड़ियों में चूल्हा नहीं जलने से दो महीने का पोषण आहार का अनाज लाभार्थियों को घर ले जाने के लिए दिया जा रहा है। आंगनवाड़ियों में दिसंबर और जनवरी महीने का वितरण शुरू किया गया है। आंगनवाड़ी कर्मचारी मानधन बढ़ाने की मांग को लेकर 4 दिसंबर से हड़ताल पर चले गए थे।
बच्चों को दिया जाता है गरम आहार
आंगनवाड़ियों में शून्य से 6 वर्ष आयु के बच्चों को पकाया हुआ ताजा, गरम पोषण आहार दिया जाता है। गर्भवती व स्तनदा माता तथा किशोरियों को घर ले जाने के लिए पोषण आहार सामग्री दी जाती है। कुपोषण कम करने के लिए केंद्र सरकार ने पोषण आहार योजना शुरू की है। जिले में 2200 से अधिक आंगनवाड़ियां और लगभग 200 मिनी आंगनवाड़ियां हैं।
दो महीने का ऑनलाइन डेटा नहीं
आंगनवाड़ियों में पोषण आहार के अलावा बच्चों का वजन, टीकाकरण, जन्म, गर्भवती तथा स्तनदा माता की नियमित स्वास्थ्य जांच का ऑनलाइन डाटा महिला व बाल विकास विभाग की वेब-साइट पर अपलोड किया जाता है। आंगनवाड़ी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाने से दिसंबर, जनवरी महीने का ऑनलाइन डाटा अपलोड नहीं हुआ है। हड़ताल से लौटने के बाद फरवरी से डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया आरंभ हाेने की विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए पोषण आहार दिया जाता है। दो महीने पोषण आहार नहीं मिलने से कुपोषण बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
दो महीने का अनाज वितरण जारी
दामोदर कुंभरे, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला व बाल विकास विभाग, जिला परिषद के मुताबिक हड़ताल दरमियान आंगनवाड़ियों में पोषण आहार नहीं दिया जा सका। उस अवधि का अनाज लाभार्थियों को दिया जा रहा है। आंगनवाड़ियों में अनाज का वितरण शुरू किया गया है।