नागपुर: फुटाला तालाब के पीछे मुर्गा लड़ाई में निकले घातक शस्त्र, इलाके में मची भगदड़
- फुटाला तालाब के पीछे जंगल में चलता है जुआ व मुर्गा लड़ाई का अड्डा
- चंद्रपुर, बल्लारशाह व सेलू से दांव लगाने पहुंचे थे लोग
डिजिटल डेस्क, नागपुर. अंबाझरी थाना अंर्तगत फुटाला के जंगल में गत दिनों जुआ व मुर्गा लड़ाई अड्डा परिसर में दो गुट आमने-सामने आ गए। दोनों गुटों ने घातक शस्त्र निकाल लिए। इस दौरान मारपीट कर नकदी छीना-झपटी किए जाने की चर्चा है। घटना के बारे में जानकारी मिलते ही अंबाझरी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि, उन्हें मौके पर आरोपी आरोपी सोएल नंदलाल गणवीर (18), वाड़ी निवासी को घातक शस्त्र के साथ पकड़ा। उसे धारा 4/25 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। घटना को लेकर अभी तक कोई शिकायत करने सामने नहीं आया है।
शस्त्र निकलते ही लोग भागने लगे
सूत्रों के अनुसार गत दिनों फुटाला तालाब के पीछे जंगल में जुआ व मुर्गा लड़ाई अड्डे पर चंद्रपुर, बल्लारशाह व सेलू के लोग मुर्गा लड़ाई देखने के साथ दांव लगाने पहुंचे थे। इस दौरान भारत व सतीश नामक युवक वहां पहुंचे। किसी बात को लेकर इनकी विजू, अमरेश, पुरस्या, भीकू से टशन हो गई। तब ये मुर्गा लड़ाई की जगह पर या बाहर चलकर निपटने की बातें करने लगे। इस बीच पंकज नामक युवक ने पहुंचकर मामला शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन मामला बिगड़ गया और वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया। घातक शस्त्र निकलते ही लोग भागने लगे। खबर मिलते ही अंबाझरी पुलिस मौके पर पहुंची। अंबाझरी के थानेदार विनायक गोल्हे के अनुसार पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो वहां आरोपी सोएल गणवीर मिला। बाकी कोई नहीं दिखा। सोएल और उसके दो साथियों पर मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, इस मामले को लेकर अभी तक कोई भी शिकायत करने सामने नहीं आया है।
वरिष्ठ अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी
चौंकाने वाली बात यह है कि, इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को भनक तक नहीं लग पाई। अंबाझरी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले फुटाला तालाब के जंगल में लंबे समय से जुआ और मुर्गा लड़ाई अड्डा चल रहा है। यह बात संबंधित इलाके की पुलिस को नहीं मालूम, ऐसी बात नहीं है। इस क्षेत्र में चल रहे जुआ और मुर्गा लड़ाई के अड्डे पर आखिर कार्रवाई क्यों नहीं होती, यह बात तो संबंधित इलाके की पुलिस ही बता सकती है।
डीबी स्क्वॉड पर गिर सकती है गाज
चर्चा है कि, फुटाला तालाब के जंगल में प्रशांत, भुरया, पुरस्या, अमरेश, भतीजा साहब, राकेश, पंकज, विजू सहित कई नाम हैं, जो मुर्गा लड़ाई के ठिकाने पर कत्ती के मुर्गें की लड़ाई करवाते हैं। बताया जाता है कि, यह नाम पुलिस के लिए अपरिचित नहीं है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती, इस बात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। उक्त मुर्गा लड़ाई के मामले में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो किसी दिन अंबाझरी क्षेत्र में गैंगवार हो सकती है। इस मामले में थाने के डीबी स्क्वॉड पर गाज गिर सकती है।