आरक्षण कोटा बढ़ाने विशेष सत्र में विधेयक लाएं

  • प्रफुल पटेल विदर्भ के नंबर वन नेता थे
  • आरक्षण कोटा बढ़ाने विशेष सत्र में विधेयक लाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-08 12:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में ओबीसी व मराठा आरक्षण को लेकर पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि किसी भी समाज के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। आरक्षण कोटा बढ़ाने के लिए संसद के विशेष अधिवेशन में विधेयक लाएं। आरक्षण संबंधी विषय पहले भी न्यायालय में लंबित रहे हैं। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण देने के लिए संसद में विधेयक स्वीकृत कराना होगा। मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाना होगा। गुुरुवार को देशमुख ने सिविल लाइन स्थित आवास पर पत्रकारों से चर्चा की। 50 प्रतिशत के अलावा 15-16 प्रतिशत आरक्षण कोटा बढ़ाने की स्थिति में राज्य में आरक्षण के विषय का निराकरण हो सकता है।

गृह मंत्रालय के फोन पर लाठीचार्ज

जालना में गृह मंत्रालय के फोन पर ही लाठीचार्ज हुआ है। मैं राज्य में गृहमंत्री रहा हूं। जानकारी के आधार पर ही मैंने कहा कि गृह मंत्रालय के कार्यालय के फोन पर लाठीचार्ज हुआ। गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि लाठीचार्ज का अधिकार पुलिस अधीक्षक को है, लेकिन पुलिस अधीक्षक को आदेश कौन देता है, यह सभी जानते हैं।

अजित व हमारी लाइन अलग

राकांपा में विभाजन के प्रश्न पर देशमुख ने कहा कि राकांपा से कई बड़े नेता अलग हुए हैं, लेकिन जनता की सहानुभुति शरद पवार व उद्धव ठाकरे के साथ ही है। राहुल गांधी की पहले व अब की छवि में अंतर है। अजित व हमारी लाइन अलग है। ढाई वर्ष पहले मुझे भाजपा ने दबाव के साथ समझाैता प्रस्ताव भेजा था। प्रस्ताव नहीं माना, तो दूसरे दिन ही मेरे नागपुर स्थित आवास पर छापेमारी हुई। उन्होंने कहा कि संगठन कार्य के सिलसिले में शरद पवार विदर्भ में आएंगे। अक्टूबर में गोंदिया, भंडारा व नवंबर में नागपुर जिले के दौरे पर रहेंगे।

प्रफुल पटेल विदर्भ के नंबर वन नेता थे

कुछ नेताओं के कारण विदर्भ में राकांपा सफल नहीं हो पाने संबंधी वक्तव्य को लेकर देशमुख ने कहा कि विदर्भ में राकांपा के नंबर वन नेता तो प्रफुल पटेल ही थे। वे ही भलीभांति बता सकते हैं कि किस नेता के कारण संगठन कार्य बढ़ नहीं पाया। पटेल ने राकांपा अजित गुट के कार्यकर्ता सम्मेलन में जोर देकर कहा था कि नागपुर और विदर्भ में राकांपा सफल नहीं रहने के लिए वे नेता भी जिम्मेदार हैं, जो अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर पाए। गोंदिया भंडारा जिले में राकांपा के दो विधायक चुने गए।गड़चिरोली में धर्मराव बाबा आत्राम का प्रभाव रहा।



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