संदेश: दिव्यांग बच्चों ने वॉल पेंटिंग बनाकर स्कूल को चमकाया, दी ज्ञानवर्धक जानकारी
- दो दिवसीय वॉल पेंटिंग वर्कशॉप का आयोजन
- छात्रों को पर्यावरण के विभिन्न तत्वों की जानकारी दी
- थीम पर वॉल पेंटिग की व्यवस्था
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरोह इंस्टीट्यूट और एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से मूक-बधिर छात्रों के लिए दो दिवसीय वॉल पेंटिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बायोडायवर्सिटी की अवधारणा पर आधारित खेल के मैदान की दीवार पर पेंटिंग कर स्कूल की सुंदरता में चार चांद लगा दिए। वर्कशॉप के लिए पुणे की कलाकार आभा भागवत को आमंत्रित किया गया था। आभा भागवत ने स्कूली छात्रों के साथ वॉल पेंटिंग के क्षेत्र में काफी योगदान दिया है। यह वर्कशॉप इंस्टिट्यूट की निदेशक विशाखा राव के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
इस वर्कशॉप का उद्देश्य स्कूल के बच्चों को जलवायु की बदलती परिस्थितियों और पर्यावरण के विभिन्न घटकों के बारे में जागरूक करना है और एक सर्वांगीण नागरिक बनाना है। इंस्टीट्यूट द्वारा छात्रों को पर्यावरण की शिक्षा, जल संरक्षण, कचरे से खाद बनाना और प्रकृति की शिक्षा भी दी गई। वर्कशॉप के माध्यम से छात्रों को पर्यावरण के विभिन्न तत्वों की जानकारी दी गई।
क्या खास था पेंटिंग में : पर्यावरण की शिक्षा छात्रों के समग्र विकास के साथ-साथ उन्हें स्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए उपयोगी होगी। इसी थीम पर वॉल पेंटिग की व्यवस्था की गई। वॉल पेंटिंग में पानी, इकोसिस्टम, बैकयार्ड, जंगल और उनमें पाए जाने वाले जानवरों को दिखाया गया। जब इस वॉल पेंटिंग की तस्वीर ली गई, तब बोलने में असमर्थ होते हुए भी बच्चों ने अपने हाव-भाव से अपनी खुशी जाहिर की।
नियमित हो रहे कार्यक्रम : जागरूकता के लिए इंस्टिट्यूट द्वारा ऐसे नियमित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मूक-बधिर विद्यालय की प्रिंसिपल मीनल सांगोले के सहयोग एवं दूरदर्शिता से विद्यालय में यह वर्कशॉप शुरू किया गया। मूक बधिर विद्यालय एक आवासीय विद्यालय है। हॉस्टल में लगभग 65 विद्यार्थी रहते हैं। विद्यालय की शिक्षिका मधुवंती खोडे, शुभदा कुर्वे ने विद्यार्थियों के साथ वर्कशॉप में भाग लिया, साथ ही फाउंडेशन के प्रबंधक पीयूष वानखेड़े और उनकी टीम सहित 17 स्वंयसेवकों ने भाग लिया। आरोह की ओर से संस्थान की निदेशक विशाखा राव, सीईओ शर्मिष्ठा गांधी, परियोजना समन्वयक कीर्ति मंगरुलकर, ज्योति मुलेया ने कार्य की योजना बनाई।