सवाल: शिंदे साहब आप ही बताएं हमें कैसे मिलेगा आरक्षण - जरांगे-पाटील
- मराठा आरक्षण उप-समिति की बैठक के बाद शिंदे ने की बात
- जरांगे-पाटील ने पूछा सवाल
डिजिटल डेस्क, मुंबई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में मंगलवार को मराठा आरक्षण उप-समिति की बैठक हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मनोज जरांगे-पाटील से बातचीत की और सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। जरांगे-पाटील ने मुख्यमंत्री से अधिकारियों की शिकायत की। उन्होंने कहा कि मराठा-कुणबी प्रमाण पत्र का काम चल रहा है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारी काम कर रहे हैं। लेकिन छोटे अधिकारी रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराते हैं। हमने चार मांगें सरकार के समक्ष रखी थीं, लेकिन कोई काम नहीं हुआ। जरांगे-पाटील ने कहा कि हमने आपको 7 महीने का समय दिया। अब 20 जनवरी तक मराठा आरक्षण देने का अनुरोध कर रहे हैं। मुंबई में होने वाले अनशन पर जरांगे-पाटील ने कहा कि यह सरकार की भूमिका पर निर्भर करता है। जरांगे-पाटील ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप ही बताएं कि हमें आरक्षण कैसे मिलेगा।
मुख्यमंत्री शिंदे ने जरांगे-पाटील को बताया कि शिंदे कमेटी कुणबी प्रमाण पत्र को लेकर अभिलेखों की जांच कर रही है। इसका लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। जरांगे-पाटील ने पलटवार करते हुए कहा कि कुछ जातिवादी अधिकारी कुणबी रिकॉर्ड में गड़बड़ी कर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
दर्ज केस वापस नहीं लिए
जरांगे-पाटील ने कहा कि मेरा अनशन तुड़वाने आप अंतरवाली सराटी आए थे। तब आपने मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने का वादा किया था। लेकिन अब तक एक मामला वापस नहीं लिया गया है। इस पर शिंदे ने कहा कि मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू है। जो लोग प्रदर्शन में शामिल नहीं थे उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
कुछ गांवों में नहीं पहुंचे अधिकारी
जरांगे-पाटील ने कहा कि जस्टिस शिंदे कमेटी अच्छा काम कर रही है। लेकिन मराठवाडा के कुछ गांवों में अधिकारी जांच के लिए नहीं पहुंचे हैं। संभाजीनगर में कुणबी जाति का कोई भी प्रमाण-पत्र जारी नहीं हुआ है। इसे हम क्या समझें। बीड़ जिले में 17 हजार से ज्यादा रिकॉर्ड हैं, जबकि 904 में से केवल 33 गांव में ही कुणबी कागजात की जांच की गई है। अनशन ख़त्म कराने के वक्त वादा किया गया था कि यदि किसी का कुणबी रिकॉर्ड मिल जाता है तो उसके पूरे परिवार को आरक्षण दिया जाएगा। लेकिन यहां ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।
आपके चेहरे से मुझे लगने लगा है कि...
बातचीत के दौरान ही जरांगे-पाटील ने कहा कि शिंदे साहब आपके चेहरे से लग रहा है कि आप मीटिंग खत्म करना चाहते हैं। आपने बिना वजह ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस देना शुरू कर दिया है। क्या हम मुंबई में खाने-पीने का सामान नहीं ला सकते? हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री सकारात्मक रुख अपनाएं।