नाराजगी: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को लेकर बवाल

  • राज ठाकरे को मिला निमंत्रण लेकिन उद्धव को नहीं
  • उद्धव को निमंत्रण नहीं मिलने से शिवसेना नाराज
  • उत्तर भारतीय संघ अध्यक्ष को मिला आमंत्रण पत्र

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-26 16:18 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई. आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले नव निर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए इन दिनों देशभर में निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं। इसको लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई हुई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे को निमंत्रण पत्र मिल चुका है जबकि शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को अभी तक निमंत्रण नहीं दिया गया है। इसको लेकर उद्धव गुट के सांसद - प्रवक्ता संजय राऊत ने सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हमें निमंत्रण की जरूरत नहीं है। हम पहले से ही अयोध्या में हैं।दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे को निमंत्रण नहीं मिलने पर राज्य सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने तंज कसते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार की वीवीआईपी लिस्ट में नहीं हैं। इसलिए उन्हें निमंत्रण नहीं मिला होगा।

सांसद संजय राऊत ने उद्धव ठाकरे को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण नहीं मिलने पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें निमंत्रण की जरूरत नहीं है। हम पहले से ही अयोध्या में हैं। राऊत ने कहा कि बाबरी मस्जिद के गिराए जाने पर भाग खड़े होने वालों को हमें हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि बालासाहेब ठाकरे ने अयोध्या में लड़ने की जिम्मेदारी ली थी। भाजपा नेता एवं राज्य सरकार में मंत्री गिरीश महाजन कहा कि राम मंदिर से लेकर केंद्र सरकार की लगातार आलोचना करने वालों को आखिर क्यों बुलाना चाहिए? महाजन ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे का सच में राम मंदिर में कोई योगदान है तो उन्हें और संजय राऊत को कारसेवा की कोई तस्वीर दिखानी चाहिए। महाजन ने कहा कि यह केंद्र सरकार का मामला है कि राम मंदिर के कार्यक्रम में किसे आमंत्रित किया जाए और किसे नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य की पूरी जनता जानती है कि उद्धव ठाकरे का राम मंदिर क्या योगदान रहा है।

इनको मिलेगा निमंत्रण

मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए राज्य के उन साधु संतों को अयोध्या बुलाया गया है जिनका योगदान मंदिर बनने तक की प्रक्रिया में रहा है। विश्व हिंदू परिषद महाराष्ट्र के एक पदाधिकारी ने बताया कि साल 1982 से 1992 के बीच में राम मंदिर की प्रक्रिया में शामिल रहने वालों को भी निमंत्रण दिया गया है। इसके अलावा राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया है जिनकी हिंदुत्व की विचारधारा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी राम मंदिर की निमंत्रण सूची में हैं।

उत्तर भारतीय संघ अध्यक्ष को मिला आमंत्रण पत्र

इस बीच उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण पत्र मिला है। संतोष सिंह का कहना है कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि वह इस कार्यक्रम में जरूर शामिल होंगे। गौरतलब है कि संतोष सिंह के पिता भाजपा विधायक आरएन सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए का चंदा दिया था।

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