ऐलान: महाआघाडी में बड़े भाई की भूमिका में रहेंगे उद्धव ठाकरे, हुआ सीटों का बंटवारा
- कांग्रेस ने सांगली और भिवंडी सीट छोड़ी
- उद्धव गुट 21, कांग्रेस 17 और शरद गुट 10 सीटों पर लड़ेगा चुनाव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाविकास आघाडी में पिछले काफी समय से सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद मंगलवार को खत्म हो गया। महाआघाडी के तीनों दलों के प्रमुख नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया है। इसमें उद्धव ठाकरे बड़े भाई की भूमिका में उभर कर आए हैं। सीट बंटवारे में उन्हीं की चली है। शिवसेना (उद्धव) 21 सीटों पर, कांग्रेस 17 और राकांपा (शरद) 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पिछले कई दिनों से सांगली और भिवंडी की सीट को लेकर कांग्रेस और उद्धव गुट में तनातनी चल रही थी, आखिरकार कांग्रेस ने दोनों सीटों को छोड़ने का फैसला किया है। हालांकि सांगली के स्थानीय कांग्रेस नेता पार्टी द्वारा लिए गए फैसले से नाखुश बताए जा रहे हैं।
शिवसेना (उद्धव) के कार्यालय ‘शिवालय' में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आघाडी के बीच आखिरकार सीट बंटवारे का समझौता हो गया है। अब हमारा लक्ष्य भाजपा गठबंधन को चुनाव में हराना है। उन्होंने कहा कि अब किसी के मन में कोई प्रश्न नहीं बचा है, सब कुछ साफ हो गया है। ठाकरे ने कहा कि कुछ लोगों में सीटों को लेकर महत्वाकांक्षा जरूर है, लेकिन हमें सोचना होगा कि हम किससे लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द महाआघाडी अपने चुनाव प्रचार अभियान की घोषणा करेगी।
मोदी को हराने कांग्रेस ने किया बड़ा दिलः पटोले
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराने के लिए कुछ सीटों को अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़कर बड़ा दिल दिखाने का फैसला किया है। पटोले ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा से लड़ेंगे और सांगली एवं भिवंडी में आघाडी के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली सरकार है। जनता ने यह देखा है कि किस तरह से सोनिया गांधी को ईडी के दफ्तर में बैठाया गया था। इसका चुनाव में बदला लिया जाएगा।
अब किसी सीट पर नहीं है कोई विवादः शरद पवार
सीट बंटवारे पर राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि तीनों ही दलों में सीटों का बंटवारा एकमत से हुआ है और अब तीनों ही दल पूरी ताकत के साथ लोकतंत्र को खत्म करने वालों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आघाडी में एक भी सीट पर कोई विवाद नहीं है।
सांगली की सीट उद्धव गुट को मिलने के बाद स्थानीय कांग्रेस के नेता नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम और सांगली से चुनाव लड़ने के इच्छुक विशाल पाटील से प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से उद्धव गुट के सांगली के उम्मीदवार को चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों का कहना है कि विशाल पाटील निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी चुनाव लड़ सकते हैं।
किस सीट पर कौन लड़ेगा
- शिवसेना (उद्धव)
दक्षिण मुंबई, दक्षिण मध्य मुंबई, उत्तर-पश्चिम मुंबई, उत्तर-पूर्व मुंबई, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगड, जलगांव, परभणी, नाशिक, मावल, उस्मानाबाद, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, बुलढाणा, हातकणंगले, औरंगाबाद, शिरडी, सांगली, हिंगोली, यवतमाल-वाशिम
- कांग्रेस
उत्तर-मध्य मुंबई, उत्तर मुंबई, नंदुरबार, धुले, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर, नांदेड़, जालना, पुणे, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर और रामटेक।
- राकांपा (शरद)
बारामती, शिरूर, सातारा, भिवंडी, डिंडोरी, माढा, रावेर, वर्धा, अहमदनगर (दक्षिण) और बीड
सीट बंटवाराः एक नजर में
दल सीटों की संख्या
शिवसेना (उद्धव) 21
कांग्रेस 17
राकांपा (शरद) 10