लाभार्थियों का चयन: मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के प्रशिक्षणार्थी को 10 सितंबर तक मिलेगा स्टाइपेंड

  • राज्य भर में अब तक 1 लाख 10 हजार लाभार्थियों का चयन
  • राज्य के मंत्री मंगलप्रभात लोढा ने दी जानकारी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-02 17:34 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत 2 लाख 21 हजार 244 प्रशिक्षणार्थी ने प्रशिक्षण के लिए पंजीयन किया है। जिसमें से अभी तक 1 लाख 10 हजार प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण लेने के आदेश दिए गए हैं। इनमें से 60 हजार से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने निजी और सरकारी संस्थाओं में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है। जुलाई और अगस्त में प्रशिक्षण शुरू कर चुके प्रशिक्षणार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिए बैंक खाते में 10 सितंबर तक स्टाइपेंड (विद्यावेतन) उपलब्ध करा दिया जाएगा। सोमवार को राज्य के कौशल्य, रोजगार, उद्यमिता व नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढा ने यह जानकारी दी। मंत्रालय में लोढा ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना में शामिल होने के लिए 8 हजार 170 कंपनियों ने पंजीयन कराया है। लोढा ने दावा करते हुए कहा कि इस योजना को केवल शहरों नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। इस योजना के क्रियान्वयन में विभागस्तर पर छत्रपति संभाजीनगर विभाग और अमरावती विभाग सबसे आगे है। जबकि जिलेवार आंकड़ों में धाराशिव जिले में सबसे अधिक 5 हजार प्रशिक्षणार्थी ने प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। लोढ़ा ने बताया कि इस योजना के तहत साल भर में 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। इस योजना के लाभ के लिए प्रशिक्षणार्थी को सरकार की वेबसाइट पर ऑनलाइन अथवा ऑनलाइन पंजीयन कराना होता है।

किसको कितना मिलेगा स्टाइपेंड

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत कक्षा 12 वीं पास प्रशिक्षणार्थी को प्रति महीने 6 हजार रुपए, आईटीआई और डिप्लोमा प्रशिक्षणार्थी को 8 हजार रुपए और स्नातक और स्नातकोत्तर प्रशिक्षणार्थी को 10 हजार रुपए स्टाइपेंड प्रदान किया जाएगा।


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