शिक्षा: गोंदिया, जलगांव, बारामती, सांगली और लातूर समेत छह जगहों पर बनेंगे नर्सिंग महाविद्यालय
- सरकारी मेडिकल कॉलेज से संलग्न होंगे
- नंदूरबार और गोंदिया के लिए मिलेंगे 10-10 करोड़
- विद्यार्थियों को इंटर्नशिप की अवधि में 18 हजार रुपए स्टाइपेंड
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के गोंदिया, जलगांव, लातूर, बारामती, सांगली (मिरज) और नंदूरबार में नर्सिंग महाविद्यालय स्थापित करने को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। यह सभी छह नर्सिंग महाविद्यालय संबंधित सरकारी मेडिकल कॉलेज से संलग्न होंगे। इन नर्सिंग महाविद्यालयों की प्रवेश क्षमता 100 विद्यार्थी होगी। छह नर्सिंग महाविद्यालयों को पहले चार साल तक लगभग 173 करोड़ 88 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे। जबकि पांचवें वर्ष से हर साल 13 करोड़ 99 लाख रुपए निधि दी जाएगी।
नंदूरबार और गोंदिया के नर्सिंग महाविद्यालय के लिए केंद्र सरकार की नर्सिंग शिक्षा योजना के तहत 10-10 करोड़ रुपए प्रदान किया जाएगा। जिसमें से केंद्र सरकार 60 प्रतिशत यानी 6 करोड़ रुपए और राज्य सरकार 40 प्रतिशत यानी 4 करोड़ रुपए उपलब्ध कराएगी। इस नर्सिंग महाविद्यालय में निर्माण कार्य, फर्नीचर, मशीनरी, मानव संसाधन और अन्य कामों के लिए 32 करोड़ 97 लाख रुपए खर्च को मंजूरी दी गई है। जबकि जलगांव, लातूर, बारामती और सांगली (मिरज) में नर्सिंग महाविद्यालय के निर्माण, फर्नीचर, मशीनरी, मानव संसाधन और अन्य कामों के लिए 107 करोड़ 94 लाख रुपए खर्च होंगे। नर्सिंग महाविद्यालय में उच्चस्तरीय सचिव समिति की मंजूरी से आवश्यक पदों को भरा जाएगा।
मेडिकल कॉलेज के इंटर्नशिप करने वाले विद्यार्थियों को अब मिलेगा 18 हजार रुपए स्टाइपेंड
राज्य के सरकारी व अनुदानित चिकित्सा, दंत, आयुर्वेद, यूनानी और होमियोपैथी महाविद्यालय के इंटर्नशिप करने वाले विद्यार्थियों के स्टाइपेंड (विद्यावेतन) को बढ़ाकर प्रति महीने 18 हजार रुपए किया गया है। अभी तक इन विद्यार्थियों को हर महीने 11 हजार रुपए स्टाइपेंड दिया जा रहा था। बुधवार को मंत्रालय में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे मेडिकल कॉलेजों के विद्यार्थियों को फरवरी 2024 से हर महीने 18 हजार रुपए स्टाइपेंड मिल सकेगा। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने विदेश से चिकित्सा की डिग्री पूरी करने वाले विद्यार्थियों को भी इंटर्नशिप की अवधि में 18 हजार रुपए स्टाइपेंड देने का फैसला लिया है।