दो फायर रोबोट पर खर्च होंगे 7 करोड़ रुपए, वारंटी केवल 24 महीने- उठ रहे सवाल
- रोबोट खरीदने पर उठ रहे सवाल
- दो फायर रोबोट पर खर्च होंगे 7 करोड़ रुपए
- वारंटी केवल 24 महीने
डिजिटल डेस्क, मुंबई। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने के लिए दो और फायर रोबोट खरीदने का निर्णय लिया है। नवीनतम तकनीक से निर्मित फायर रोबोट जर्मनी से खरीदे जाएंगे। इस पर करीब 7 करोड़ 47 लाख 34 हजार 920 रुपए खर्च होंगे। इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद फायर रोबोट की वारंटी अवधि केवल 24 महीने होगी। जब फायर ब्रिगेड के पास पहले से मौजूद फायर रोबोट की उपयोगिता पर सवालिया निशान लग रहा है तो करोड़ों रुपये की बर्बादी क्यों?
शहर इस समय तेजी से विकास कर रहा है। बड़े पैमाने पर बिल्डिंग मल्टीप्लेक्स सिनेमाघर बनाए जा रहे हैं। इन मेगा इमारतों में मॉल और मल्टीप्लेक्स में इनडोर बहुमंजिला पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। अगर ऐसी जगह पर आग लगने की दुर्घटना हो जाए तो दमकलकर्मियों के लिए बेसमेंट में जमा हुए धुएं में जाकर आग बुझाने का काम करना खतरनाक हो जाता है।
मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों को ध्यान में रखते हुए, ऐसी स्थिति में अग्निशामकों की जान जोखिम में डाले बिना प्रभावी ढंग से काम करना बहुत खतरनाक है। ऐसी परिस्थितियों में काम करने के लिए रिमोट कंट्रोल की मदद से सुरक्षित दूरी से फायर रोबोट का उपयोग करके आग बुझाने का काम किया जा सकता है।
फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि मुंबई फायर ब्रिगेड के पास वर्तमान में भायखला मुख्यालय में 1 फायर रोबोट उपलब्ध है और आवश्यकतानुसार आग लगने वाले स्थानों पर इसका उपयोग किया जा रहा है। लेकिन मुंबई शहर के तेजी से विकास, यातायात की भीड़ के कारण, यदि मुंबई के उपनगरों में कोई दुर्घटना होती है, तो वहां फायर रोबोट पहुंचने में देर होती है, जिसके परिणामस्वरूप जानमाल की हानि की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए मुंबई के पूर्वी उपनगरों में आग लगने पर इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन के साथ दो अग्निशमन रोबोट खरीदे जा रहे हैं।
नए खरीदे जा रहे फायर रोबोट उच्च तकनीक पर आधारित है। इसलिए इन कार्यों को बनाए रखने के लिए इस रोबोट का दैनिक रखरखाव करना आवश्यक है।
कहां होगा उपयोग
फायर रोबोट का उपयोग उच्च जोखिम वाली स्थितियों में किया जाएगा जैसे पुरानी जर्जर इमारतों में आग, बेसमेंट में आग, रासायनिक कारखानों में आग, मेट्रो रेलवे या कोस्टल रोड में आग लगने पर इसका उपयोग किया जाएगा। चूंकि रोबोट में कैमरे के साथ रिमोट कंट्रोल सिस्टम है, इसलिए वास्तविक अग्नि स्थल से दूर खड़े होकर आग से लड़ना संभव होगा।
रवि राजा पूर्व विरोधी पक्ष नेता, मनपा के मुताबिक दो फायर रोबोट पर 7.5 करोड़ रुपए खर्च करने की आवश्यकता नहीं थी। मनपा में प्रशासक अपनी मनमानी कर रहे हैं। जनता के पैसे की लूट की जा रही है। प्रशासन को एक दिन इसका उत्तर देना होगा।