राज ठकरे ने पूछा सवाल - उद्धव ने उद्योग बाहर जाने का विरोध क्यों नहीं किया
उत्तर भारतीयों के साथ वर्षों पुराना नाता - श्रीकांत शिंदे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में साढ़े सात साल तक उद्धव सत्ता में थे। यदि उद्योग महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गुजरात में जा रहे थे, तब उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया? शनिवार को राज ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से भाजपा के उम्मीदवार नारायण राणे की प्रचार सभा को संबोधित किया।
सिंधुदुर्ग के कणकवली में आयोजित सभा में राज और राणे कई सालों बाद चुनावी सभा में एक मंच में आए। राज और राणे दोनों शिवसेना (अविभाजित) के नेता रहे हैं। राज ने कहा कि कोंकण में प्रस्तावित ग्रीन रिफायनरी परियोजना का शिवसेना (उद्धव) के एक विधायक समर्थन करते हैं, जबकि उसके सांसद विरोध करते हैं? शिवसेना (उद्धव) की यह कौन से नीति है? राज ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के जो फैसले उचित नहीं लगे, मैंने उसका खुलकर विरोध किया था। क्योंकि मेरा उद्देश्य बहुत स्पष्ट था। मैं उद्धव की तरह नहीं हूं कि कोई पद पाने के लिए विरोध किया था।
उत्तर भारतीयों के साथ वर्षों पुराना नाता: श्रीकांत शिंदे
उत्तर भारतीय समाज की ओर से आयोजित सांसद सम्मान समारोह में कल्याण के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने कहा कि उत्तर भारतीयों के साथ अपना वर्षों पुराना नाता है। शिंदे ने यह भी कहा कि उत्तर भारत की संस्कृति और परंपरा मराठी तथा हिंदी भषियों के बीच सेतु का काम करेगा। शिवसेना पार्टी व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेजी का उत्तर भारतीयों के साथ आत्मीयता और अपनेपन का नाता है, जिसे हमने महसूस किया है। बतौर सांसद भी विगत दस साल से इस अटूट संबंध को करीब से देख रहा हूं। उत्तर भारतीयों से बात करना मतलब अपने परिवार के सदस्यों से बात करने जैसा लगता है। इस दौरान उत्तर भारतीय समाज के लोगों ने एक बैठक कर कल्याण लाेकसभा से महायुति के उम्मीदवार सांसद श्रीकांत शिंदे को अपना समर्थन देने की घोषणा की।