Mumbai News: शाह-शिंदे-फडणवीस और शरद पवार सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, पंचतत्व में विलीन भारत के रतन
- राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
- टाटा को मिले भारत रत्न, कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार ने केंद्र से की सिफारिश
- पंचतत्व में विलीन हुए भारत के रतन
- टाटा का योगदान भुला नहीं सकते
Mumbai News : टाटा समूह के मानद अध्यक्ष रहे परोपकारी रतन टाटा का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को पंचतत्व में विलीन हो गया। वर्ली के शवदाह गृह में टाटा परिवार के सदस्यों और नमक से सॉफ्टवेयर कारोबार तक फैले टाटा समूह के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सुशील कुमार शिंदे सहित कई दलों के नेताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी। राज्य मंत्रिमंडल ने टाटा को भारत रत्न सम्मान देने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार के पास भेजा है। एक धर्म गुरु ने बताया कि अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के अनुसार किया गया। दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थित टाटा के बंगले में तीन दिन तक अनुष्ठान किए जाएंगे। पद्म विभूषण रतन टाटा (86) का बुधवार देर रात ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था। ब्रीच कैंडी से टाटा का पार्थिव शरीर पहले उनके घर लाया गया। इसके बाद अंतिम दर्शन के लिए उनका शव नरीमन पॉइंट स्थित एनसीपीए में रखा गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उद्योगपतियों, कलाकारों, खिलाड़ियों और समाज के सभी तबके के लोगों का तांता लगा रहा। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनका शव एनसीपीए से वर्ली शवदाह गृह लाया गया, रास्ते में हजारों की संख्या में खड़े लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी।
टाटा का योगदान भुला नहीं सकते
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री ने शोक प्रस्ताव पेश किया। औद्योगिक विकास और परोपकारी कार्यों में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए टाटा ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 1,500 करोड़ रुपए दिए थे। दिवंगत उद्योगपति के सम्मान में राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में एक दिन का शोक घोषित किया। वार्षिक उद्योग पुरस्कार को भी रतन टाटा उद्योग रत्न पुरस्कार करने और उद्योग भवन का नाम रतन टाटा के नाम पर करने की घोषणा की गई है।
देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सफल उद्योगपति रतन टाटा परोपकारी कार्यों में आगे रहे। समाज और देश के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया है।
अजित पवार, उपमुख्यमंत्री ने कहा टाटा समूह के साथ देश के विकास में उन्होंने बहुमूल्य योगदान किया। इस दुख की घड़ी में हम टाटा परिवार के साथ हैं।
शरद पवार, अध्यक्ष, राकांपा (शरद) ने कहा अपनी उपलब्धियों से रतन टाटा ने दुनिया भर में भारत का मान बढ़ाया। किसी संकट या प्राकृतिक आपदा के समय वे हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे।
नाना पटोले, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा रतन टाटा के निधन से हमने एक असाधारण व्यक्ति को खो दिया है। उनके विजन ने भारत के उद्योग जगत को आगे बढ़ने का हौसला दिया।
टाटा के नेतृत्व से हमेशा प्रेरणा मिलेगी
टाटा के निधन से उद्योग जगत शोक में डूबा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है। अडाणी समूह के गौतम अडाणी ने कहा कि उनके जैसे महापुरुष कभी ओझल नहीं होते। आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि भारत और भारतीय उद्योग जगत ने एक दूरदर्शी व्यक्तित्व खो दिया है। संजय बजाज ने कहा कि उन्होंने भारत को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में मदद की। एसपी समूह के चेयरमैन शापुरजी मिस्त्री ने कहा उन्होंने टाटा समूह के विकास पर एक अमिट छाप छोड़ी। महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक अनीश शाह ने एक्स पर लिखा कि उनका दृष्टिकोण व्यवसाय से परे था, जिसने एक पीढ़ी को निष्ठा के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।