Mumbai News: पर्चा वापसी का आखिरी दिन, दोनों गठबंधनों के नेता बागियों को मनाने में जुटे रहे

  • गोपाल शेट्टी की फडणवीस से मुलाकात हुई थी
  • पर्चा वापसी का आखिरी दिन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-04 12:54 GMT

Mumbai News : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन रहा। ऐसे में महाविकास आघाडी और महायुति के दोनों गठबंधनों के पास अपने-अपने बागी उम्मीदवारों को मनाने के लिए कुछ ही समय बचा था। दोनों ही गठबंधनों के दल अपने ऐसे बागी उम्मीदवारों को मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों से सभी दलों की नाक में दम किया था। मुंबई के बोरीवली से भाजपा के बागी उम्मीदवार गोपाल शेट्टी ने भले ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले थे। शेट्टी का कहना था कि वह भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता हैं और उन्होंने यह कदम पार्टी के हित में ही उठाया है। वहीं शिवसेना (शिंदे) विधायक सदा सरवणकर ने माहिम सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के बेटे के खिलाफ नामांकन वापसी की शर्त रखी थी। इस चुनाव में राज्य की 288 सीटों पर कुल 7 हजार 994 उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर चुक हैं।

भाजपा की मुंबई में सबसे सुरक्षित सीटों में से एक सीट माने जाने वाली बोरीवली सीट पर भाजपा के बागी गोपाल शेट्टी ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया तो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को गोपाल से मुलाकात के लिए भेजा। तावड़े पार्टी के बागी उम्मीदवार गोपाल को लेकर उपमुख्यमंत्री फडणवीस के घर पहुंचे और यह जताने की कोशिश की गई कि गोपाल पार्टी से अलग नहीं हैं। लेकिन गोपाल शेट्टी ने अपनी बगावत जारी रखते हुए कहा कि वह भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता हैं। वह किसी दूसरे दल में नहीं जाएंगे। लेकिन उनकी लड़ाई पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले नेताओं के खिलाफ है और मैं उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। क्या सोमवार को वह अपना नामांकन वापस लेंगे, इस सवाल पर गोपाल ने चुप्पी साध रखी है। वहीं माहिम सीट को लेकर भी पिछले कई दिनों से पेंच फंसा हुआ है। भाजपा ने जहां इस सीट से राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को समर्थन देने का ऐलान किया था, वहीं मुख्यमंत्री शिंदे ने भी अपने उम्मीदवार सदा सरवणकर से पर्चा वापस लेने को कहा था। लेकिन सरवणकर ने अब राज ठाकरे के सामने शर्त रख दी थी कि अगर वह महायुति के खिलाफ उतारे गए राज्य भर के सभी उम्मीदवारों का पर्चा वापस लेते हैं तो वह माहिम की सीट से हटने के लिए तैयार हैं। 

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मुख्यमंत्री से मिले फडणवीस

इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार दोपहर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। सूत्रों का कहना था कि इस बैठक में तय किया गया कि जिस पार्टी के बागी नेता चुनाव मैदान में हैं उन्हें मनाया जाए। अगर किसी स्थिति में ये नेता नहीं मानते हैं तो फिर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर देनी चाहिए। खबर है कि भाजपा और शिंदे गुट के करीब 20 ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ पर्चा दाखिल किया है। जबकि 5 ऐसे नेता भी हैं जिन्होंने युति में आपस में ही एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारा है।

इन सीटों पर हैं बागी

महायुति में जिन सीटों पर बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं, उनमें मुंबा देवी सीट से भाजपा के अतुल शाह ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है, जबकि पचौरी सीट से भाजपा के अनमोल शिंदे, बुलढाणा से भाजपा के विजयराज शिंदे, ओवला-माजीवाड़ा से भाजपा के डिप्टी मेयर रहे हसमुख गहलोत, सावंतवाडी सीट पर भाजपा के विशाल पारबा, बोरीवली से गोपाल शेट्टी के आलावा कुछ अन्य ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इन सभी को मनाने के लिए काम पर लगाया था।

महायुति में नहीं होगी फ्रेंडली फाइट

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर साफ किया है कि भले ही महायुति में कुछ सीटों पर सभी पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन यह सभी उम्मीदवार अपना पर्चा वापस ले लेंगे। फडणवीस ने कहा कि तीनों ही दलों ने अपने-अपने नेताओं को समझा दिया है कि हमें यह चुनाव महाआघाडी के खिलाफ लड़ना है। 

कांग्रेस ने बागियों से की बात

महाआघाडी में भी बागी उम्मीदवारों ने अपने दलों की मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात, नाना पटोले और नसीम खान अपने बागी उम्मीदवारों को मनाने में जुटे रहे

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