सरकारी विश्रामगृहों के लिए बनाया जाएगा मोबाइल एप
- शीत सत्र से पहले तैयार होगा एप, हो सकेगी ऑनलाइन बुकिंग
- 100 विश्रामगृहों की अवस्था जर्जर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य (पीडब्ल्यूडी) के सरकारी विश्रामगृहों के लिए एक मोबाइल बनाया जाएगा। एप शीतकालीन अधिवेशन शुरू होने से पहले तैयार कर लिया जाएगा। इससे विश्रामगृहों के रूम की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकेगी। मंगलवार को प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री रवींद्र चव्हाण ने विधान परिषद में यह घोषणा की। मंगलवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य भाई गिरकर, भाजपा सदस्य प्रवीण दरेकर ने विश्रामगृहों की बदहाल स्थिति को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में चव्हाण ने कहा कि मोबाइल एप बनने से विश्रामगृह में ऑनलाइन बुकिंग, खाली रूम की स्थिति के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
100 विश्रामगृहों की अवस्था जर्जर
चव्हाण ने बताया कि राज्य में पीडब्ल्यूडी के 612 विश्रामगृह हैं। जिसमें से 460 विश्रामगृह की स्थिति अच्छी है। जबकि 50 विश्रामगृह का मरम्मत काम शुरू है। वहीं 100 से अधिक विश्रामगृह जर्जर अवस्था में होने के कारण बंद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में जिन जगहों के विश्रामगृह जर्जर हो चुके हैं। वहां पर नया विश्रामगृह बनाने के लिए एक योजना तैयार की जाएगी। चव्हाण ने बताया कि सरकार ने इस साल के बजट में विश्रामगृहों के निर्माण के लिए 411 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। जबकि पूरक मांगों के जरिए मरम्मत काम के लिए 61 करोड़ रुपए उपलब्ध होंगे।
बांद्रा के विश्रामगृह का मरम्मत काम अक्टूबर तक
चव्हाण ने बताया कि मुंबई में तीन विश्रामगृह है। इसमें से चर्चगेट और वर्ली के विश्रामगृह की स्थिति ठीक है। लेकिन बांद्रा में कलानगर स्थित विश्रामगृह का मरम्मत काम शुरू है। इसका काम आगामी अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। चव्हाण ने कहा कि जनप्रतिनिधि और अतिथि सबसे अधिक बांद्रा के कलानगर के विश्रामगृह के रूम की मांग करते हैं।
तहसील स्तर पर विश्रामगृह बनाने की नीति
चव्हाण ने कहा कि सरकार तहसील स्तर पर विश्रामगृह बनाने के लिए एक नीति बनाने को लेकर एक नीति तैयार करेगी। इससे एक विश्रामगृह का निर्माण 3 करोड़ रुपए में किया जा सकेगा। कम लागत वाले विश्रामगृह का मरम्मत काम आसानी से हो सकेगा।