समृद्धि महामार्ग पर बड़ा हादसा - गर्डर लॉन्चिंग मशीन 100 फीट की ऊंचाई से गिरी - 20 की मौत, 3 घायल
- समृद्धि महामार्ग पर गर्डर लॉन्चिंग मशीन 100 फीट की ऊंचाई से गिरी
- 20 की मौत, 3 घायल
- मलबे के नीचे और भी मजदूरों के दबे होने की आशंका
- मजदूरों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की सीएम ने की घोषणा
- घटना की गहन जांच के आदेश भी दिए
- शाहपुर में तीसरे चरण का चल रहा था काम
- फडणवीस और अजित पवार ने ट्वीट कर जताया दुख
डिजिटल डेस्क, ठाणे। हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर हादसों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ठाणे जिले के शाहपुर स्थित सरलांबे गांव में आधी रात को हाइवे पर पुल निर्माण के दौरान एक गर्डर लॉन्चिंग मशीन गर्डर सहित गिरने से करीब 100 फीट की ऊंचाईसे गिरने से सात स्टाफ, और 13 मजदूर सहित 20 लोगों की मौत हो गई और तीन मजदूर घायल हो गए। मलबे में और भी मजदूरों के दबे होने की आशंका व्यक्त की गई है। ठाणे जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शाहपुर सरलांबे में समृद्धि राजमार्ग पर आधी रात को हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतक मजदूरों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की मदद का भी ऐलान किया है और निर्देश दिया है कि घायलों का इलाज तुरंत सरकारी खर्च पर कराया जाए। मुख्यमंत्री ने घटना की गहन जांच के आदेश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी (एमएसआरडीसी) मंत्री दादाजी भुसे से बात की और उन्हें तुरंत दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया। साथ ही उन्होंने एनडीआरएफ की टीम को बरसात का मौसम होने के कारण बचाव कार्य में अधिक सावधानी बरतने का आदेश भी दिया।
सुरक्षा उपाय की कमी से हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, काम करते समय सुरक्षा उपाय नहीं होने के कारण यह घटना घटी और मजदूरों पर यह विपदा मौत बनकर आ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार , गर्डर लॉन्चिंग मशीन करीब 100 फीट की ऊंचाई से मजदूरों पर गिर गई। एनडीआरएफ और जिला आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से राहत बचाव कार्य जारी है। शाहपुर उप जिला अस्पताल में अब तक 20 शव लाए जा चुके हैं, जिसमें सात स्टाफ, और 13 मजदूर शामिल हैं। एक इंजीनियर और दो मजदूर घायल हैं। तीन इंजीनियर और दो मजदूर इस हादसे में सकुशल बच गए हैं। घायलों में दो का इलाज ठाणे के निजी अस्पताल में चल रहा है और एक को मुंबई स्थित सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि गर्डर के नीचे और लोगों के दबे होने की आशंका है, जिससे मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। मौके पर बाकी शवों की तलाश जारी है।
नवयुग कंपनी ने सिंगापुर की एक कंपनी को दिया था ठेका
एमएसआरडीसी के कार्यकारी अभियंता सुरेश अभंग के मुताबिक, इस काम का ठेका नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी को दिया गया था। इस कंपनी ने विश्व की अग्रणी सिंगापुर की कंपनी वी.एस.एल.इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सब कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। इस कंपनी के पास 700 टन की स्वयं लॉन्चर मशीन है। इस मशीन द्वारा अब तक 114 गालों में से 98 गालों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया है। लेकिन सोमवार की रात करीब 11.30 बजे गर्डर लॉन्चिंग मशीन गर्डर सहित 35 मीटर ऊंचाई पर पिलर क्रमांक 15-16 के बीच अचानक गिर गई। इस कार्य में 17 मजदूर सहित कुल 28 लोग लगे थे। इस हादसे में 13 मजदूर, 2 इंजीनियर और 5 कर्मचारी सहित कुल 20 लोगों की मौत हुई है। तीन मजदूर लॉन्चर के मलबे के नीचे दबे हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है। मंत्री रविंद्र चव्हाण ने भी लिया जायजा सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री (सार्वजनिक उद्यम को छोड़कर) रवींद्र चव्हाण ने भी घटनास्थल का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि गर्डर लॉन्चिंग मशीन गिरने से शाहपुर तालुका के सरलांबे में जो दुर्घटना हुई, वह बहुत दुखद और दर्दनाक है। इस दुर्घटना में मृत मजदूरों को भावभीनी श्रद्धांजलि! मंत्री चव्हाण ने कहा कि दुर्घटना की विशेषज्ञों से गहनता से जांच कराई जाएगी और मृतक को न्याय दिलाया जाएगा। वहीं, पीडब्ल्यूडी (एमएसआरडीसी) मंत्री दादा भुसे ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। इस मौके पर एमएसआरडीसी के संचालक राधेश्याम मोपलवार, ठाणे जिलाधिकारी अशोक शिनगारे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। मंत्री दादा भुसे ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और मृत मजदूरों के परिवारों की मदद की जाएगी।
11.30 बजे सोमवार की रात हुआ हादसा
35 मीटर ऊंचाई पर थी गर्डर लॉन्चिंग मशीन गर्डर सहित
15-16 पिलर क्रमांक के बीच अचानक गिरी मशीन
17 मजदूर सहित कुल 28 लोग लगे थे कार्य में
13 मजदूर, 2 इंजीनियर और 5 कर्मचारी सहित कुल 20 की मौत
दूसरे राज्यों के है अधिक मजदूर
हादसे में शामिल ज्यादातर मजदूर दूसरे राज्यों के हैं। मृतकों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों के कर्मचारी शामिल हैं।
मृतकों और घायलों की सूची
स्टाफ
संतोष जे.ई. (सीनियर जेन्ट्री मैनेजर, तमिलनाडु)
कन्नन वी. (पी.टी.इंजीनियर, तमिलनाडु)
प्रदीप के.रॉय (हाइड्रोलिक टेक्नीशियन, वेस्ट बंगाल),
परमेश्वर (विंच ऑपरेटर, गाजीपुर, यूपी),
राजेश शर्मा (हाइड्रोलिक ऑपरेटर, उत्तराखंड),
बलराम सरकार (सुपरवाइजर, वेस्ट बंगाल),
अरविंद कुमार उपाध्याय (सुपरवाइजर, यूपी)
घायल
यू.किशोर (इलेक्ट्रिशियन, )
सुरक्षित
उपेंद्र पंडित (मेथड इंजीनियर),
अभिजीत दास (सर्वेयर),
अंबे सेल्वन के. (एच एस ई-जीईटी)
मजदूर
नितिन सिंह (मजदूर, यूपी),
आनंद कुमार (मजदूर, यूपी),
लल्लन राजभर (मजदूर, यूपी),
राधेश्याम यादव (मजदूर, यूपी),
सुरेंद्र कुमार (मजदूर, बिहार),
पप्पू कुमार (मजदूर, बिहार),
गणेश रॉय (मजदूर, वेस्ट बंगाल),
सुब्रत सरकार (मजदूर, वेस्ट बंगाल),
लवकुश कुमार (मजदूर, बिहार),
मनोज सिंह (मजदूर, बिहार),
रामाशंकर यादव, (मिसिंग, मजदूर, बिहार),
सत्य प्रकाश (मिसिंग, मजदूर, बिहार),
सरोज (मिसिंग मजदूर, बिहार),
घायल
प्रेम प्रकाश (कलवा अस्पताल भर्ती, यूपी निवासी),
चंद्रकांत वर्मा (निवासी यूपी, जुपिटर अस्पताल में भर्ती)
सुरक्षित मजदूर
पिताबस बिस्वाल
रामकुमार
फडणवीस और अजित पवार ने ट्वीट कर जताया दुख
राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ‘यह बहुत दुखद और हृदय विदारक है कि शाहपुर तालुका में समृद्धि हाईवे पर एक पुल के निर्माण के दौरान एक दुर्घटना में कुछ मजदूरों की मृत्यु हो गई। मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।' उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने ट्वीट कर लिखा है कि शाहपुर तालुका के सरलांबे में समृद्धि हाइवे के तीसरे चरण के दौरान हुई दुर्घटना में मजदूरों की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। ‘मैं मरने वालों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’