मुंबई प्रेस क्लब: न्याय में भले देर हो, न्यायपालिका से ही मिलेगा - न्यायमूर्ति ठिप्से
- इल्यूजन ऑफ जस्टिस पुस्तक के विमोचन
- न्यायपालिका में तेज गति से सुधार की जरूरत
डिजिटल डेस्क, मुंबई. बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय ठिप्से ने मुंबई प्रेस क्लब में रोमेल रॉड्रिग्स की पुस्तक ‘इल्यूजन ऑफ जस्टिस’ के विमोचन के अवसर पर कहा, ‘लोगों को न्याय मिलने में बेशक देरी हो रही है, लेकिन न्याय तो न्यायपालिका से ही मिलेगा। लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा है।’ न्यायमूर्ति ठिप्से ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘न्यायपालिका में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इसमें तेज गति से सुधार की जरूरत है। न्यायालयों में अत्यधिक मामलों के विचाराधीन होने के कई कारण हैं। जिन मामलों को निचली अदालत में सुलझाया जाना चाहिए, वे मामले हाई कोर्ट में आते हैं। कई बार अदालतों में झूठे मामले आते हैं। इससे अदालतों का काफी समय बर्बाद होता है। न्यायपालिका के अलावा सारे सिस्टम में सुधार की जरूरत है।’
पुस्तक के लेखक रोमेल रॉड्रिग्स ने कहा, ‘देश की अदालतों में पांच करोड़ मामले विचाराधीन हैं। कई मामले 40 से 50 साल से भी अधिक समय से चल रहे हैं। ऐसे में लोगों को लग रहा है कि न्याय पाना मुश्किल है।’ उन्होंने अपनी पुस्तक के जरिए अदालत में विचाराधीन मामलों और उसके कारणों को लोगों को बताने की कोशिश की है। लॉ कमीशन की रिपोर्ट में भी समय-समय पर ये बातें सामने आती हैं। जल्द से जल्द लोगों को न्याय मिले, इसके लिए पुस्तक में 18 सुझाव दिए गए हैं।