इलाज के अभाव में गर्भवती आदिवासी महिला की मौत का मामला विधानसभा में उठा
- फडणवीस बोले विपक्ष को इस मुद्दे पर नहीं करनी चाहिए राजनीति
- प्रगतिशील महाराष्ट्र में ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण- बालासाहेब थोरात
- संवेदनशील मामलों पर राजनीति ठीक नहीं- फडणवीस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नासिक के इगतपुरी में इलाज के अभाव में हुई गर्भवती आदिवासी महिला की मौत का मामला बुधवार को विधानसभा में उठा। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव की मांग करते हुए इस मुद्दे पर सरकार से चर्चा की मांग की। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की मांग को नकारते हुए सरकार से इस मुद्दे पर अपनी बात रखने को कहा। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष द्वारा किये जा रहे हंगामे के बीच कहा कि सरकार इस घटना को लेकर गंभीर है लेकिन इस पर विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।
प्रगतिशील महाराष्ट्र में ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण- बालासाहेब थोरात
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मामला उठाते हुए कहा कि महाराष्ट्र को प्रगतिशील राज्य माना जाता है, लेकिन प्रगतिशील राज्य में जब ऐसी घटना होती हैं तो यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। थोरात ने कहा कि गर्भवती महिला को इगतपुरी के सोनेवाडी गांव से मुख्य रास्ते तक जाने के लिए ढाई किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ा। यह महिला जब इगतपुरी के स्थानीय अस्पताल पहुंची तो वहां डॉक्टर मौजूद नहीं होने के चलते इस महिला को वापस अपने गांव लौटना पड़ा। गांव पहुंचते ही इलाज के अभाव में इस गर्भवती महिला की मौत हो गई।
सड़कों के लिए करोड़ों का बजट लेकिन आदिवासी गांव विकास से वंचित- पटोले
कांग्रेस सदस्य नाना पटोले ने कहा कि इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पर कहा कि कांग्रेस के सदस्यों ने चर्चा करने की मांग की थी जिसे नकार दिया गया। एक गर्भवती महिला की मौत एक हत्या है जो सरकार की असंवेदनशीलता का नमूना है। पटोले ने विधान भवन में मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार की सभी सुविधाएं कुछ लोगों के लिए ही हैं। गरीब, आदिवासी और मजदूरों के लिए कुछ नहीं है।
संवेदनशील मामलों पर राजनीति ठीक नहीं- फडणवीस
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि सरकार इस मामले पर जरुर निवेदन करेगी लेकिन इस तरह के मामलों पर राजनीति करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर मैं ये पूछूं कि कांग्रेस इतने साल तक सत्ता में रही तो फिर ऐसा क्यों हुआ? फडणवीस ने कहा कि यह समय ऐसे मामलों पर राजनीति करने के लिए नहीं है। सिर्फ एक पेपर की कटिंग के आधार पर यहां चर्चा नहीं हो सकती है। फडणवीस ने कहा कि अगर जरुरत हुई तो सरकार इस मामले पर जरुर चर्चा करेगी।