हाई जोश: पार्टी और चुनाव चिह्न मिलने के बाद जोश में अजित गुट, पार्टी का नारा बदलने की तैयारी
- पार्टी दफ्तर वास्तु के अनुकूल नहीं
- शरद ने आधी रात पाटील को किया फोन
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कमान मिलने के बाद अजित खेमा जोश में है। वहीं चुनाव आयोग के फैसले से शरद गुट में आक्रोश है। नाम और चुनाव चिह्न मिलने के बाद अजित गुट पार्टी का नारा बदलने की तैयारी में है। पार्टी का नया नारा होगा-घड़ी वही, लेकिन समय नया। जल्द ही नए नारे को लांच किया जाएगा। वहीं शरद पवार समर्थकों ने बुधवार को काला फीता बांध कर चुनाव आयोग के फैसले का विरोध किया। चुनाव आयोग के फैसले के बाद अजित पवार पहली बार बुधवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने फूल-माला पहना कर उनका स्वागत किया। ढोल-ताशे की थाप पर अजित समर्थकों ने डांस भी किया।
जल्द रिलीज होगा गाना
पार्टी (अजित) प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने कहा कि असली राकांपा और चुनाव चिन्ह हमारे पास आ गया है। पार्टी वही रहेगी, चुनाव चिह्न वही रहेगा। लेकिन घड़ी में समय नया होने वाला है। मिटकरी ने कहा कि अजित की अनुमति से जल्द ही एक गाना रिलीज किया जाएगा।
पार्टी दफ्तर वास्तु के अनुकूल नहीं
उपमुख्यमंत्री के करीबी एक नेता ने "दैनिक भास्कर' को बताया कि फिलहाल अजित गुट राकांपा (शरद) दफ्तर पर कब्जा नहीं करेगा। खुद अजित पवार इस दफ्तर को लेने के पक्ष में नहीं हैं। क्योंकि वास्तु के हिसाब से यह हमारे लिए अनुकूल नहीं है। वैसे भी यह दफ्तर किराए का है और रेलवे स्टेशन और मंत्रालय से दूर है।
शरद ने आधी रात पाटील को किया फोन
चुनाव आयोग के फैसले के बाद शरद पवार ने मंगलवार आधी रात अपने भरोसेमंद नेता और राकांपा (शरद) प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील से फोन पर बात की। सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं ने आगे की रणनीति और नई पार्टी के नाम को लेकर चर्चा की।
कई झटके खाए और दिए
पवार ने पाटील से यह भी कहा कि हमें पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ना है। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को भी कहा। पवार ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसे कई झटके खाए हैं और कई झटके दूसरों को दिए भी हैं। लेकिन इस कठिन समय में हमको एकजुट रहकर पार्टी फिर से खड़ी करनी होगी।
विधायकों की अयोग्यता पर फैसला मेरिट पर
राकांपा विधायकों की अयोग्यता के मामले की सुनवाई विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष पूरी हो चुकी है। उनके फैसले का इंतजार किया जा रहा है। नार्वेकर का कहना है कि उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले पर ध्यान नहीं दिया है और वह मेरिट और कानून के हिसाब से ही इस मामले में फैसला सुनाएंगे।