जबलपुर: पक्की सड़क बनी तो झूलकर नीचे जमीन तक आ गए हैं बिजली के तार
- पिपरिया-सोनपुर मार्ग पर समस्या, शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई, नागरिक परेशान
- जान का बना खतरा, जिम्मेदार मौन
- योजना के तहत 2 करोड़ 25 लाख की लागत से डामर रोड का निर्माण यहाँ कराया गया है
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के अनेक हिस्सों में नीचे तक झूल रहे बिजली के तार खतरों का सबब बने हुए हैं। ऐसा ही कुछ इन दिनों पिपरिया से सोनपुर मार्ग पर देखने को मिल रहा है। जहाँ पिछले दिनों कायाकल्प योजना के तहत पक्की डामर रोड बनाई गई है।
उक्त सड़क काफी ऊँची बनने के कारण ऊपर से गुजरी 11 केवी की बिजली लाइन नीचे तक आ चुकी है। इसी के चलते कभी भी यहाँ बड़ा हादसा सामने आ सकता है। इसके बावजूद नगर निगम एवं विद्युत विभाग के जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं, जिससे क्षेत्रीय परिवारों की चिंता खासी बढ़ गई है।
सवा 2 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण
जानकारों की मानें तो ईश्वरदास रोहाणी वार्ड क्रमांक-79 स्थित पिपरिया से सोनपुर तक पक्की सड़क का निर्माण करने क्षेत्रीयजनों द्वारा माँग की जा रही थी। इसी के चलते कायाकल्प योजना के तहत 2 करोड़ 25 लाख की लागत से डामर रोड का निर्माण यहाँ कराया गया है।
लगभग 6 मीटर चौड़ी और 21 सौ मीटर लंबी रोड बनने के बाद यहाँ से आवागमन काफी बढ़ गया है और रोजाना दोपहिया वाहनों के अलावा चारपहिया और स्कूली वाहन भी यहाँ से गुजरते हैं। इसके अलावा आसपास बन रही आवासीय कॉलोनियों तक बिल्डिंग मटेरियल लाने वाले भारी वाहन भी जब-तब आते रहते हैं।
शिकायतों के बावजूद लाइन नहीं कर रहे शिफ्ट
क्षेत्रीयजन अनूप सैनी, मनोहर पटेल, लालमणि त्रिपाठी, गुलशन ठाकुर आदि का आरोप है कि उक्त बिजली लाइन नीचे तक आ जाने से बूटाराम के टेक एवं आसपास के क्षेत्रों में खतरा लगातार मंडरा रहा है।
इसी के चलते अनेक बार नगर निगम एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों तक लिखित शिकायतें भी की गईं, लेकिन सभी अधिकारियों द्वारा यथाशीघ्र इस लाइन को शिफ्ट कराने का आश्वासन तो दिया गया मगर ऐसा किया नहीं गया और अब आचार संहिता की बात कहकर उक्त कार्य को बाद में कराने की बात कही जाने लगी है।
जल्द लाइन शिफ्ट नहीं हुई तो सामने आ सकता है हादसा
नगर निगम अथवा बिजली विभाग द्वारा यदि उक्त 11 केवी की बिजली लाइन को जल्द ही ऊँचे खंभे लगाकर शिफ्ट नहीं किया गया तो कभी भी यहाँ गंभीर हादसा सामने आ सकता है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि रजनी सुरेन्द्र साहू से जब बात की गयी तो उनका कहना था कि उन्होंने नगर निगम एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों से पत्र व्यवहार किया है।
लेकिन अभी तक कोई ठोस प्रयास नहीं हुए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यह बिजली लाइन शिफ्ट कर दी जाएगी।