जलमंदिर के रूप में विकसित की जाएँगी शहर की दो प्राचीन बावड़ियाँ
गतिमान भारत कार्यक्रम के तहत सांसद करेंगे बावड़ियों का पुनरुद्धार
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित गतिमान भारत के तहत 1 माह तक होने वाले कार्यक्रमों में सांसद राकेश सिंह जिले की दो प्राचीनतम बावड़ियों का पुनरुद्धार का कार्य करते हुए जलमंदिर के रूप उन्हें जनता को समर्पित करेंगे। सांसद श्री सिंह ने बुधवार को शहर की रानीताल उजार पुरवा स्थित बावड़ी और गढ़ा राधाकृष्ण मंदिर के पीछे स्थित प्राचीनतम बावड़ी का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इसलिए हमने तय किया है कि जबलपुर की प्राचीनतम बावड़ी जो आज दुर्दशा की शिकार हैं उनका पुनरुद्धार कराया जाए। इसके लिए 1 जून को उजार पुरवा और 2 जून को गढ़ा क्षेत्र की बावड़ी में मैं और मेरे साथ पार्टी के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता श्रमदान करेंगे और चूँकि बावड़ी की संरचना में श्रमदान करने में सुरक्षा के मापदंडों का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है इसीलिए यह कार्य विशेषज्ञों के साथ ही किया जाएगा। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, विधायक अशोक रोहाणी, शरद जैन, अखिलेश जैन, रिकुंज विज, पंकज दुबे, राहुल साहू, लालू यादव आदि मौजूद रहे।
जल की समृद्ध विरासत दे पाएँगे- सांसद ने कहा हम सौभाग्यशाली हैं कि माँ नर्मदा के किनारे बसे हैं और हमारा क्षेत्र रानी दुर्गावती की कर्मस्थली रहा है। जिन्होंने जल संरक्षण और संवर्धन के लिए बड़े स्तर पर कार्य किए और उसी का परिणाम है कि जबलपुर अन्य शहरों की अपेक्षा जल संकट से दूर है।