जबलपुर: सड़क पर हुए गड्ढे, मिट्टी भरकर भूल गए जिम्मेदार, स्टाॅपर भी टूटा
- पर्यटन चौक से तीसरे पुल के बीच समस्या परेशान हो रहे नागरिक
- गड्ढे में मिट्टी भरकर नगर निगम के अधिकारी भूल गए
- दुर्घटना के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सड़क पर हुए गड्ढे भरने में नगर निगम की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। पर्यटन चौक से तीसरे पुल के बीच सड़क पर हुए गड्ढे में मिट्टी भरकर नगर निगम के अधिकारी भूल गए। यहाँ पर सुरक्षा के लिए रखा गया स्टॉपर भी टूट गया है।
क्षेत्रीय नागरिक लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन नगर निगम के अधिकारी सड़क का री-स्टोरेशन नहीं करवा रहे हैं। बताया गया है कि लगभग एक माह पूर्व पर्यटन चौक से तीसरे पुल की सड़क पर पाइप लाइन में लीकेज हो गया था। नगर निगम के जल विभाग के कर्मचारियों ने सड़क पर गड्ढा खोदकर पाइप लाइन में सुधार किया।
इसके बाद गड्ढे में मिट्टी भर दी गई। यहाँ पर सुरक्षा के लिए स्टॉपर रख दिए गए। यहाँ पर रखे स्टॉपर से टकराकर वाहन चालक घायल हो रहे हैं। इससे एक स्टॉपर क्षतिग्रस्त हो चुका है। क्षतिग्रस्त स्टॉपरों से हो रही दुर्घटना के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है।
नगर निगम के विभागों में समन्वय नहीं
नगर निगम के जल विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के बीच समन्वय नहीं है। लोग जब नगर निगम के पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से सड़क का री-स्टोरेशन कराने के लिए कहते हैं, तो जवाब मिलता है कि जल विभाग ने गड्ढा किया है।
इसलिए री-स्टोरेशन की जिम्मेदारी भी जल विभाग की है। वहीं जल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सड़क के री-स्टोरेशन का काम पीडब्ल्यूडी विभाग का है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।
सड़क का री-स्टोरेशन भी नहीं
नियमों के अनुसार सड़क पर जहाँ पर भी गड्ढे खोदे जाते हैं वहाँ पर काम होने के बाद री-स्टोरेशन कराया जाना चाहिए। स्थिति यह है कि अक्सर पाइप लाइन में सुधार के लिए नगर निगम के जल विभाग के कर्मचारी सड़क पर गड्ढा करते हैं।
इसके बाद सड़क पर मिट्टी भर देते हैं। कुछ ही दिन में सड़क की मिट्टी दब जाती है, वहाँ पर दोबारा गड्ढा हो जाता है। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पर्यटन चौक से तीसरे पुल के बीच की सड़क का निरीक्षण कराया जाएगा। वहाँ पर जल्द ही री-स्टोरेशन कराने के निर्देश दिए जाएँगे, ताकि आम जनता को आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
अजय शर्मा, अधीक्षण यंत्री नगर निगम