जबलपुर: पाँच सौ शब्दों में बताना होगा पीएम एक्सीलेंस कॉलेज का विजन और मिशन, इंटरव्यू भी होगा

  • पोस्टिंग का गणित: उच्च शिक्षा विभाग ने माँगे आवेदन
  • क्वालिटी फैकल्टी पोस्टेड करने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू
  • उम्मीदवारों को 500 शब्दों में पीएम कॉलेज का विजन और मिशन बताना होगा।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-11 13:32 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस (पीएमसीआई) में क्वालिटी फैकल्टी की चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग ने आवेदन माँग लिए हैं। इसके साथ ही बाकी की गाइड लाइन भी तय हो चुकी है।

इसके मुताबिक उम्मीदवारों को 500 शब्दों में पीएम कॉलेज का विजन और मिशन बताना होगा। इंटरव्यू प्रक्रिया से गुजरने के बाद सफल हुए उम्मीदवारों की ही पोस्टिंग हो सकेगी।

उच्च शिक्षा विभाग ने 29 जुलाई तक प्राचार्य, प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर्स से आवेदन माँगे हैं। खास बात यह है कि इन कॉलेजों में पहले से पदस्थ फैकल्टी को भी चयन प्रक्रिया में शामिल होना होगा।

चयन प्रक्रिया में 100 अंक, 70 सीआर के

चयन प्रक्रिया कुल 100 अंक की होगी। जानकारों का कहना है कि इसमें सबसे ज्यादा 70 अंक सीआर के तय किए हैं। फैकल्टी को इंटरव्यू की प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। जिस कॉलेज के लिए वे आवेदन करेंगे, उसके लिए विजन, मिशन, लक्ष्य और कार्ययोजना लिखकर देनी होगी।

इन पर भी फोकस

प्राचार्य के पद के लिए आवेदक को एमएस वर्ड, एक्सेल और पॉवर पाॅइंट पर कार्य करने का भी अनुभव होना चाहिए।

आवेदन करने वाले प्रोफेसर के खिलाफ किसी तरह की विभागीय जाँच, ईओडब्ल्यू आदि में शिकायत प्रचलन में नहीं होनी चाहिए।

एक शर्त के कारण बाहर हुए वर्ष 2017 मेंं भर्ती के ढाई हजार असिस्टेंट प्रोफेसर्स

01:- बिंदु क्रमांक 2 से 8 के लिए लेवल 5 अंक दिए जा रहे हैं। इसमें न्यूनतम 5 रिसर्च पेपर पब्लिश होने की शर्त भी शामिल की गई है, जबकि यूजीसी रेगुलेशन में रिसर्च पेपर के पब्लिकेशन को लेकर कोई लिमिटेशन नहीं है। जिसके पाँच पेपर हैं या जिसके पाँच से ज्यादा हैं, सभी को एक जैसे अंक दिए जा रहे हैं।

02:- बुक पब्लिकेशन, चैप्टर, पब्लिकेशन, ई-कंटेंट निर्माण और कॉन्फ्रेंस प्रजेंटेशन के नंबर नहीं दिए जा रहे, जबकि यूजीसी में इसका प्रावधान है। इससे टीचर्स की क्वालिटी भी परखी जा सकती है लेकिन इसे चयन प्रक्रिया में शामिल ही नहीं किया गया।

03:- अगर कोई पीएचडी धारी है, जिसकी परिवीक्षा अवधि समाप्त हो चुकी है और अच्छी सीआर के साथ 4 साल का अनुभव हो तो यूजीसी एवं विभाग के नियमों के अनुरूप क्लास 1 की श्रेणी के लिए पात्र है लेकिन उसमें 5 वर्ष के अनुभव (5 वैध सीआर के साथ) को क्लास 2 की पोस्ट (सहायक प्राध्यापक) के लिए साक्षात्कार के लिए योग्यता रखता है और क्लास 1 के योग्य सहायक प्राध्यापकों को रोका जा रहा है।

04:- जानकारों के अनुसार 2017 की भर्ती के अंतर्गत असिस्टेंट प्रोफेसर्स को दिसंबर-2019 में नियुक्ति मिलना शुरू हुई। ऐसे में ये 5 साल का अनुभव कम्प्लीट करने के साथ पाँच सीआर होने की शर्त पर खरे नहीं उतर रहे हैं। इनकी संख्या ढाई हजार है। यूजीसी ने अच्छी सीआर केवल अनिवार्य की है परंतु इस विज्ञापन में सीआर को 70% तक अंक दिए जा रहे हैं, जो की यूजीसी के नियम के विपरीत है।

1 रुपए रोज : बस सेवा की शुरुआत 14 से

प्रधानमंत्री एक्सीलेंस का दर्जा प्राप्त शासकीय महाकौशल काॅलेज में 14 जुलाई से बस सेवा की शुरुआत होने जा रही है। हाल फिलहाल दो बसें एक माह तक सर्विस देंगी। इस दौरान टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और फिर स्थाई बस सेवा प्रारंभ हो सकेगी।

प्रदेश स्तर पर इस सेवा की शुरुआत इंदौर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। महाकौशल कॉलेज में इस कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग होगी। जानकारी के अनुसार इस सर्विस के लिए 30 रुपये माह देने होंगे। शेष राशि की व्यवस्था काॅलेज प्रबंधन को जनभागीदारी मद से करना होगा।

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