जबलपुर: इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पंजीयन की धीमी रफ्तार ने बढ़ा दी है चिंता

  • काउंसलिंग के शुरुआती दौर में छात्रों का नहीं दिखा रुझान
  • छात्रों का रुझान कम होने से कॉलेजों के सामने सीटें भरने की चिंता है।
  • जबलपुर में इस बार दस निजी इंजीनियरिंग काॅलेज हैं। जहाँ पर करीब सात हजार सीटें हैं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-09 09:00 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। तकनीकि शिक्षा विभाग ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालाँकि शुरुआती दौर में ही पंजीयन कम हो रहे हैं जिससे निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के संचालक चिंतित हैं।

छात्रों का रुझान कम होने से कॉलेजों के सामने सीटें भरने की चिंता है। हालाँकि 25 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चलनी है इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले समय में पंजीयन की रफ्तार बढ़ेगी।

वहीं इंजीनियरिंग कॉलेज संचालक भी अपने कॉलेजों में प्रवेश बढ़ाने कई तरह की जुगत लगा रहे हैं। हालाँकि इस साल कम्प्यूटर साइंस की कोर ब्रांच के अलावा सिविल और इलेक्ट्रिकल-इलेक्ट्राॅनिक्स की ब्रांच में प्रवेश के लिए पूछ परख बढ़ी है।

तकनीकी शिक्षा विभाग इंजीनियरिंग काॅलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा छात्रों को प्रवेश दिलाने की कवायद की जा रही है। इस बार इंजीनियरिंग काॅलेजों में च्वाॅइस फिलिंग की प्रक्रिया में न्यूनतम दस काॅलेज अपनी पसंद में दर्ज करने का ऑप्शन भी है।

जबलपुर में इस बार दस निजी इंजीनियरिंग काॅलेज हैं। जहाँ पर करीब सात हजार सीटें हैं। जबलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज में विद्यार्थी प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा प्रयासरत हैं अभी जेईईई की मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जा रहा है। छात्रों को सीट का अलाॅटमेंट 5 अगस्त को किया जाएगा, इसके साथ ही ब्रांच अपग्रेड करने का मौका भी होगा।

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