जबलपुर: बढ़ रही डेंगू पीड़िताें की संख्या, 10 नए मरीज मिले

  • बारिश थमते ही जानलेवा बुखार का बढ़ा संक्रमण
  • अस्पतालाें में बेड के लिए भटक रहे मरीज
  • मरीज को बेड मिलना मुश्किल हो रहा है। दूसरे जिलों से उपचार के लिए आने वाले मरीज भटक रहे हैं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-06 12:51 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में डेंगू और वायरल बुखार ने हाहाकार मचा रखा है। गुरुवार को सरकारी आँकड़ों में 10 नए मरीज डेंगू के मिले हैं। अब तक 145 लोगों को यह बुखार अपनी चपेट में ले चुका है। वहीं जमीनी स्थिति इससे भी खराब है।

अस्पतालों में वायरल और डेंगू संदिग्ध पीड़ितों से बेड भरे पड़े हैं। मरीज को बेड मिलना मुश्किल हो रहा है। दूसरे जिलों से उपचार के लिए आने वाले मरीज भटक रहे हैं।

जानकारों की मानें तो तीन हजार से ज्यादा डेंगू संदिग्ध पीड़ित शासकीय और निजी अस्पतालों में उपचाररत हैं। रैपिड टेस्ट में रोजाना सैकड़ों मरीज सामने आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग केवल एलायजा टेस्ट पॉजिटिव आने पर ही डेंगू होने की पुष्टि करता है। बीते करीब डेढ़ माह में एक सैकड़ा मरीज सरकारी रिकॉर्ड में मिले हैं।

संवेदनशील माह, सतर्क रहने की जरूरत

एक्सपर्ट के अनुसार सितंबर माह मच्छरजनित रोगों के लिए ज्यादा संवेदनशील है। रुक-रुककर होने वाली बारिश के चलते मच्छरों को पनपने का पर्याप्त समय मिल जाता है। बारिश थमते ही जानलेवा बुखार ज्यादा से ज्यादा लोगों को गिरफ्त में लेता है, इस लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है। लापरवाही से गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

हर क्षेत्र में मिल रहे लार्वा

मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 22 टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में लार्वा विनष्टीकरण कर रही हैं। शहर के लगभग हर क्षेत्र में डेंगू के लार्वा सामने आ रहे हैं। जाँच में घर के आसपास और आँगन में किसी पात्र में बारिश का जलभराव और कूलर सहित अन्य पात्रों मंे ठहरे कई दिन के साफ पानी में लार्वा मिल रहे हैं। साफ पानी को जमा होने से राेकने में लापरवाही देखने मिल रही है।

आँकड़ों में डेंगू

वर्ष 2023 में कुल 188 मरीज रिकॉर्ड में आए थे।

वर्ष 2024 में अब तक 145 मरीज सामने आ चुके हैं।

शहर में सबसे ज्यादा डेंगू के 825 मरीज वर्ष 2018, 781 मरीज वर्ष 2021 में मिले थे।

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