जबलपुर: बनते ही उधड़ने लगी रसल चौक से नौदराब्रिज तक की डामर सड़क, दूर तक बिखर गईं गिट्टियाँ
- सड़क ऐसी कि वाहन चलाना हो रहा मुश्किल
- लोगों ने कहा घटिया निर्माण की हो जाँच
- यदि गिट्टी के साथ डामर मिलाया गया होता तो गिट्टी जल्द ही सेट हो जाती।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रसल चौक से नौदराब्रिज तक बन रही डामर सड़क बनते ही उधड़ने लगी है। हालत यह है कि वाहनों के टायर से गिट्टियाँ उचट रही हैं। सड़क पर दूर-दूर तक केवल गिट्टियाँ ही गिट्टियाँ बिखरी नजर आ रही हैं। लोगों का कहना है कि आज तक उन्होंने इतना घटिया सड़क निर्माण नहीं देखा। सड़क निर्माण की जाँच की जानी चाहिए।
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि मंगलवार रात रसल चौक से नौदराब्रिज के बीच डामर सड़क बनाई गई थी। बुधवार सुबह यहाँ पर जैसे ही आवागमन शुरू हुआ, सड़क की गिट्टियाँ उधड़ने लगीं। दोपहर तक हालत यह हो गई कि वाहनों के गुजरते ही गिट्टियाँ उचटने लगीं।
कुछ ही देर में सड़क के दोनों तरफ गिट्टियाँ बिखर गईं। इसके बाद सड़क पर वाहन चलाना मुश्किल होने लगा। यहाँ से निकलने वाला हर व्यक्ति सड़क निर्माण को देखकर हैरान हो रहा है कि शहर में इतनी घटिया सड़क का निर्माण भी हो सकता है। घटिया सड़क निर्माण की कई लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत भी की है।
गिट्टी के साथ नहीं मिलाया डामर
लोगों का कहना है कि प्रथम दृष्ट्या लग रहा है कि गिट्टी के साथ डामर नहीं मिलाया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि ठेकेदार ने जले तेल को मिलाकर गिट्टी डाल दी। इसके कारण गिट्टी सेट नहीं हो पाई।
यदि गिट्टी के साथ डामर मिलाया गया होता तो गिट्टी जल्द ही सेट हो जाती। हैरान करने वाली बात यह है कि सड़क उधड़ने के बाद भी नगर निगम ने सड़क निर्माण मटेरियल की जाँच नहीं कराई।
सड़क निर्माण मटेरियल की नहीं होती जाँच
सड़क निर्माण का काम ठेकेदार अतुल खरे द्वारा किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से सड़क उधड़ रही है उससे स्पष्ट होता है कि नगर निगम के अधिकारी सड़क निर्माण मटेरियल की जाँच ही नहीं करते। इसके कारण ठेकेदारों को घटिया निर्माण करने की खुली छूट मिली हुई है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।
रसल चौक से नौदराब्रिज तक मंगलवार रात ठेकेदार अतुल खरे द्वारा सड़क निर्माण किया गया था। सड़क पर जल्द ही ट्रैफिक शुरू होने के कारण गिट्टियाँ उधड़ने लगीं। ठेकेदार को दोबारा सड़क निर्माण करने के लिए कहा गया है।
- अजय शर्मा अधीक्षण यंत्री, नगर निगम